अगले साल यानी 2024 में अमेरिका फिर से अपना स्पेस शटल प्रोग्राम शुरू करने जा रहा है. इसके लिए उसने निजी कंपनी सिएरा स्पेस (Sierra Space) को चुना है. इस कंपनी का यान ड्रीम चेसर (Dream Chaser) इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर सामान लेकर जाएगा. यह उड़ान पूरी तरह से मानवरहित होगी. यानी इसमें कोई एस्ट्रोनॉट नहीं जाएगा. (सभी फोटोः सिएरा स्पेस)
सिएरा स्पेस ने यात्रियों वाले स्पेसक्राफ्ट को ड्रीम चेसर और कार्गो सामान ले जाने वाले यान को शूटिंग स्टार (Shooting Star) नाम दिया है. यान एक ही है. लेकिन यात्रियों और सामान के हिसाब से इंटीरियर में थोड़ा बदलाव है. ये दोनों यान यह स्पेस शटल प्रोग्राम की तरह टेकऑफ और लैंडिंग करेंगे.
सिएरा स्पेस कंपनी को दो साल पहले ही कॉमर्शियल रनवे लैंडिंग की अनुमित मिली थी. अब उसने तीन देशों में लैंडिंग के लिए अंतरराष्ट्रीय समझौता किया है. कंपनी का मुख्यालय दक्षिणी न्यू मेक्सिको में स्थित है. जिसका नाम है स्पेसपोर्ट अमेरिका (Spaceport America).
सिएरा स्पेस ने इसके अलावा अलाबामा के हंट्सविले, जापान के ओइटा एयरपोर्ट और यूनाइटेड किंगडम के स्पेसपोर्ट कॉर्नवॉल में लैंडिंग की अनुमित हासिल कर ली है. ताकि ड्रीम चेसर या शूटिंग स्टार को लैंडिंग में कोई दिक्कत न हो. जब यह धरती के वायुमंडल में प्रवेश करे, उस समय जो लैंडिंग साइट नजदीक हो... वहां सुरक्षित उतर जाए.
पिछले साल फरवरी में ड्रीम चेसर की सफल लैंडिंग कराई गई थी. अमेरिका की फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के ऑफिस ऑफ कॉमर्शियल स्पेस ट्रांसपोर्टेशन ने सिएरा स्पेस को केप केनवरल स्पेसपोर्ट शटल लैंडिंग फैसिलिटी में अपना स्पेस प्लेन ड्रीम चेसर लैंड कराने की अनुमति पहले ही दे चुका है.
स्पेस प्लेन ड्रीम चेसर दुनिया का इकलौता ऐसा स्पेसप्लेन है जो किसी भी रनवे पर लैंडिंग कर सकता है. बस उस रनवे की लंबाई 10000 फीट हो. यह सामान्य विमान की तरह ही लैंडिंग करेगा. प्लेन को ULA वल्कन सेंटॉर रॉकेट के ऊपर लगाकर अंतरिक्ष में लॉन्च किया जाएगा. लॉन्चिंग फ्लोरिडा स्थिति केप केनवरल स्पेस फोर्स स्टेशन से होगी.
रॉकेट के ऊपर ड्रीम चेसर के विंग्स को फोल्ड करके रखा जाएगा. जब यह अंतरिक्ष में उड़ान भरेगा, तब इसके विंग्स खुल जाएंगे. अंतरिक्ष में पहुंचने पर यह स्पेस स्टेशन के नजदीक चार स्टेज में जाएगा. यह पहले स्टेशन 1080 फीट नजदीक पहुंचेगा. फिर 820 फीट, इसके बाद 98 फीट और आखिरी में 38 फीट. तब इसके कनाडाआर्म-2 (Canadarm-2) पकड़ लेगा.
कनाडाआर्म-2 के पकड़ने के बाद इसके अंदर मौजूद 3538 kg वजन का सामान स्पेस स्टेशन में उतार लिया जाएगा. यह यान 75 दिनों तक स्पेस स्टेशन से जुड़कर रह सकता है. अधिकतम 5216 kg वजन ले जा सकता है. जब यह वापस स्पेस स्टेशन से कार्गो लेकर लौटेगा तो वायुमंडल में आने के बाद स्पेस स्टेशन से आया कचरा समंदर में गिरा देगा.
अगर इस प्लेन में कार्गो न हो तो ये 3 से 7 एस्ट्रोनॉट्स को लेकर उड़ान भर सकता है. फिलहाल ड्रीम चेसर के लिए चार स्पेस फ्लाइट्स की योजना है. साल 2012 में नासा ने SS को स्पेस प्लेन ड्रीम चेसर पर काम करने के लिए 1548 करोड़ रुपए दिए थे. उसके बाद से इस यान को बनाने के काम में ज्यादा तेजी आई है.