इटली के पुरातत्वविदों ने नवजात बच्ची की सबसे पुरानी कब्र खोज निकाली है. इससे पता चलता है कि 10 हजार साल पहले भी नवजात बच्चियों को दफनाया जाता था. हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि ये बच्ची बीमारी से मरी थी. मरी हुई पैदा हुई थी या फिर इसे जानबूझकर मार दिया गया. शोधकर्ताओं ने इस कब्र में दफनाई गई बच्ची को नेव (Neve) नाम दिया है. (फोटोः Cisa3 Team)
इस बच्ची की कब्र में काफी ज्यादा सामान भी मिले हैं. जैसे- सीप, मोतियां, पेंडेंट आदि. इटली के आर्कियोलॉजिस्ट कहते हैं कि इस खोज से यूरोप में 10 हजार साल पहले की संस्कृति का पता चलता है. यह इंसानी इतिहास का शुरुआती समय है, तब किसी को दफनाना एक दुर्लभ प्रक्रिया मानी जाती थी. बच्ची के साथ कब्र में रखे गए सामानों से यह लगता है कि उस नवजात बच्ची की परिवार में अहमियत थी. लोग उसे प्यार करते थे. (फोटोः Cisa3 Team)
पुरातत्वविदों ने इस कब्र को साल 2017 में ही खोजा था, लेकिन कोविड के चलते खोजबीन रुकी हुई थी. यह कब्र एक गुफा में मिली है. यह गुफा उत्तर-पश्चिम इटली के लिगुरिन एल्प्स की पहाड़ियों के नीचे अर्मा वीराना में मिली है. इस गुफा में पहले किए गए खनन कार्यों के दौरान कई प्राचीन हस्तशिल्प के अवशेष मिले थे. जो निएंडरथल (Neanderthals) के समय के थे. इस गुफा में निएंडरथल मानवों 50 हजार साल पहले राज था. लेकिन बच्ची की कब्र 10 हजार साल पुरानी है, यानी निएंडरथल मानवों के युग से 40 हजार साल बाद. (फोटोः Cisa3 Team)
ये जिस समय की कब्र है, उस समय यूरोप में मीसोलिथिक युग (Mesolithic Era) था. यानी यूरोप में हिमयुग चल रहा था. इंसानों की उस समय की प्रजाति यूरोप के मैदानी इलाकों में समूहों में रहते थे. शिकार करते थे. जानवरों की खाल का कपड़ा पहनते थे. लकड़ी और पत्थरों के हथियार या यंत्र बनाते थे. इस युग के बाद ही इंसानों ने खेती-बाड़ी को सीखा था. (फोटोः Cisa3 Team)
इटली के पुरातत्वविदों ने पहले गुफा के शुरुआती हिस्से का खनन किया. इसके बाद और जानकारी जमा करने के लिए खनन करते चले गए. उन्हें निएंडरथल युग के बाद के मोतियों की सीप आदि मिले. अन्य अवशेषों की खोज में लगे शोधकर्ताओं को गुफा के अंत में नवजात बच्ची की कब्र मिली. जब इस बच्ची के डीएनए का विश्लेषण किया गया तो और भी हैरतअंगेज खुलासे हुए. (फोटोः Cisa3 Team)
पता चला कि यह नवजात बच्ची यूरोपियन महिला, जिसका नाम U5b2b हैप्लोग्रुप है. उसके वंश की है. U5 हैप्लोग्रुप यूरोप का मां सत्तात्मक वंश था, जिसमें महिलाएं राज करती थीं. यानी महिलाएं समूहों की आका होती थी. यह यूरोपियन मीसोलिथिक शिकारी युग था. करीब 17 हजार से 20 हजार साल पहले. डीएनए जांच से पता चला कि बच्ची के पैदा होने 40 से 50 दिन के अंदर उसकी मौत हो गई, क्योंकि उसका शरीर पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाया था. (फोटोः गेटी)
नेव (Neve) बच्ची को जब दफनाया गया तब उसके साथ 60 सीपियां, 4 सीपियों के पेंडेंट और ईगल-उल्लू (Eagle-Owl) की पूंछ रखी गई थी. सीपियों के साथ कुछ मोतियों जैसे आभूषण भी रखे गए थे. जिससे पता चलता है कि उस समय की महिलाएं ऐसे आभूषण बनाते थे. इस बच्ची की कब्र से मिले सामानों को देखकर लगता है कि समूह में उसे काफी ज्यादा प्यार किया जाता था. उसकी अपनी पहचान थी. (फोटोः गेटी)
यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो स्कूल ऑफ मेडिसिन के एनाटॉमिस्ट और पैलियोएंथ्रोपोलॉजिस्ट कैरी ओर ने बताया कि मीसोलिथिक युग बेहद रुचिकर दौर था. यह यूरोप में हिमयुग का अंत समय था. शिकारी समूह शिकार के साथ-साथ खेती-बाड़ी भी शुरु कर चुके थे. इसलिए इंसानों के इतिहास को समझने के लिए इस दौर का अध्ययन करना बेहद जरूरी है. यह स्टडी हाल ही में साइंटिफिक रिपोर्ट्स नाम के जर्नल में प्रकाशित हुई है. (फोटोः गेटी)