टेस्ला कार और उसका एस्ट्रोनॉट ड्राइवर... 6 फरवरी 2018 को स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने अपने चेरी रंग की टेस्ला रोडस्टर कार को अंतरिक्ष में भेजा. साथ में गया स्पेससूट पहनकर डमी ड्राइवर. नाम है स्टारमैन. यह इसलिए भेजा गया था क्योंकि फॉल्कन हैवी रॉकेट की पहली उड़ान के लिए कोई पेलोड नहीं था. इसलिए एलन ने अपनी कार भेज दी. पहले इसे मंगल की कक्षा में सेट करना था. लेकिन अब कार उससे बहुत आगे निकल चुकी है. वह सूरज की कक्षा में चक्कर लगा रही है. एक चक्कर लगाने में उस कार को 557 दिन लगते हैं.
परमाणु बम विस्फोट के ढक्कन... अमेरिका के नेवादा में 28 मई से 7 अक्टूबर 1957 तक अमेरिकी सेना ने 29 परमाणु बमों की टेस्टिंग की. ऑपरेशन का नाम था प्लमबॉब. इनमें से 2 टेस्टिंग जमीन के अंदर की गई. ताकि उसका असर देखा जा सके. बात है 26 जुलाई की. जब पास्कल-ए बम को जमीन 500 फीट नीचे दबाया गया. उसके गड्ढे को चार इंच मोटी लोहे की चादर से ढंका गया. लेकिन विस्फोट इतना तगड़ा था कि वह लोहे का ढक्कन कारमान लाइन को पार कर गया था. पास्कल-बी बम के विस्फोट में भी ऐसा ही हुआ था. उसका कवर 2 लाख किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से आसमान में गया था.
राष्ट्रपति का बाल... 20 फरवरी 2023 को टेक्सास की निजी स्पेस कंपनी सेलेस्टिस ने पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन, केनेडी, आइजनहॉवर और रीगन के बाल को अंतरिक्ष में पहुंचाया. सेलेस्टिस अंतरिक्ष में कब्रिस्तान बनाना चाहती है. इसलिए उसने ऐसा किया. उसने अपने एंटरप्राइज स्पेसक्राफ्ट के जरिए इन राष्ट्रपतियों के बालों के सैंपल को अंतरिक्ष में पहुंचाया.
विशालकाय डिस्को बॉल... 21 जनवरी 2018 को अमेरिकी स्पेस कंपनी रॉकेट लैब ने चुपचाप अंतरिक्ष में विशालकाय डिस्को बॉल अंतरिक्ष में भेजा. यह कंपनी के रॉकेट की पहली उड़ान थी. इस बॉल को ह्यूमेनिटी स्टार नाम देकर अंतरिक्ष में भेजा गया था. इसकी चौड़ाई करीब 3 फीट थी. इसमें 65 रिफ्लेक्टिव पैनल लगे थे. लेकिन यह चमकीला गोला 22 मार्च को धरती पर वापस आ गया. इससे पहले अमेरिका ने 1999 और 2001 में भी ऐसे गोले भेजे थे. जो करीब एक साल तक अंतरिक्ष में थे.
लेगो पीस... लेगो का अंतरिक्ष के साथ पुराना रिश्ता है. ये छोटे बिल्डिंग किट्स छोटे बच्चों और युवाओं को डिजाइनिंग सीखने में मदद करते हैं. 2012 में जापानी एस्ट्रोनॉट सतोशी फुरुकावा ने स्पेस स्टेशन में ही लेगो से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का स्केल मॉडल बनाया था. उन्हें इसे बनाने में दो घंटे से ज्यादा लगे थे. क्योंकि ग्रैविटी नहीं होने से लेगो इधर-उधर भाग रहे थे.
जेफ बेजोस और उनके साथी... हम जेफ बेजोस को विचित्र नहीं कह रहे हैं. लेकिन जेफ के साथ कारमान लाइन के ऊपर जाने वाले सभी यात्री पहले लोग थे, जिनकी मदद किसी साइंटिस्ट से नहीं की. इन लोगों ने सब-ऑर्बिटल फ्लाइट पूरी की. 20 जुलाई 2021 में बेजोस, वैली फंक, ओलिवर डैमेन और मार्क बेजोस ब्लू ओरिजिन के न्यू शेफर्ड रॉकेट में बैठकर अंतरिक्ष की ओर गए थे. यह यात्रा मात्र दस मिनट की थी.
डायनासोर की हड्डियां... 20 मई 2021 को जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन ने न्यू शेफर्ड रॉकेट के जरिए डायनासोर की करीब 200 हड्डियां अंतरिक्ष में भेजी थीं. ये हड्डियां 6.6 करोड़ से लेकर 7 करोड़ साल पुरानी थीं. हड्डियां पक्षी जैसे दिखने वाले डायनासोर ड्रोमियोसॉरस की थीं. यह डायनासोर 7 फीट लंबा और 2 फीट ऊंचा हुआ करता था. इसके पहले 1998 और 2014 में नासा ने भी अलग-अलग डायनासोरों की हड्डियों को अंतरिक्ष में भेजा था.
दुनिया के सबसे छोटे कीड़े... अंतरिक्ष में कुत्ते, बंदर, चूहे, मेंढक, फ्रूट फ्लाई, कछुए, मछली और जेली फिश तक जा चुके हैं. लेकिन सबसे विचित्र था टार्डीग्रेड्स (Tardigrades) को अंतरिक्ष में भेजना. इन्हें वाटर बीयर्स भी कहते हैं. ये किसी भी तरह की बुरी से बुरी स्थिति में सर्वाइव कर जाता है. अंतरिक्ष के एक्सपोजर में ये कीड़े बचते हैं या नहीं. साल भर धरती का चक्कर लगाने के बाद पता चला कि 68 फीसदी टार्डिग्रेड्स जीवित बच गए.
गोरिल्ला सूट... 2016 में पूर्व एस्ट्रोनॉट और अमेरिकी सीनेटर मार्क केली ने स्पेस स्टेशन पर गोरिल्ला सूट भेजा. ताकि वह उनके जुड़वा भाई स्कॉट केली को मिले. यह वीडियो वायरल हुआ था. पहले तो स्पेस स्टेशन पर गोरिल्ला को देख स्कॉट सहमे फिर समझ गए कि मजाक चल रहा है. तब उन्होंने सूट के अंदर मौजूद ब्रिटिश एस्ट्रोनॉट टिम पीक को दौड़ा लिया था. मार्क केली एक साल पहले यह काम करने में सफल हो जाते, लेकिन स्पेसएक्स का रॉकेट उड़ान के ठीक बाद फट गया था.
ल्यूक स्काईवॉकर लाइटसेबर... हॉलीवुड मूवी स्टार वॉर्स का किरदार है ल्यूक स्काईवॉकर और उसका लाइट सेबर. जिसे 2007 में स्पेस स्टेशन भेजा गया था. इसे हॉर्मोनी मॉड्यूल में फिक्स करके स्पेस स्टेशन रवाना किया गया था. पहली बार किसी फिल्म से संबंधित कोई चीज अंतरिक्ष में गई थी.
स्पेस स्टेशन पर पिज्जा डिलिवरी... साल 2001 की बात है, जब पिज्जा हट ने अंतरिक्ष में पिज्जा पहुंचाया था. इस पिज्जा को खाने वाले एस्ट्रोनॉट का नाम है रूस के यूरी उसाचोव. वो उस समय स्पेस स्टेशन पर थे. यह एक मार्केटिंग कैंपेन था. इसके लिए कंपनी को 14 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करना पड़ा था. पिज्जा में अधिक सीजनिंग की गई थी, क्योंकि एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में अपने स्वाद की क्षमता थोड़ी बहुत खो देते हैं. 2021 में उबर ईट्स ने स्पेस स्टेशन पर खाना पहुंचाया था.
एमिलिया ईयरहार्ट की घड़ी... 1932 की बहादुर पायलट और पहली महिला एमिलिया ईयरहार्ट जिसने अटलांटिक महासागर को अकेले पार किया था. इसके अलावा एमिलिया के नाम कई रिकॉर्ड्स हैं. 1937 में उन्हें मृत मान लिया गया. क्योंकि उनका प्लेन कहीं लापता हो गया था. जब वो पूरी दुनिया का चक्कर लगा रही थीं. उनका प्लेन और शरीर कभी नहीं मिला. महिलाओं को प्रेरित करने के लिए नासा एस्ट्रोनॉट शैनन वॉल्कर ने ईयरहार्ट की घड़ी को अंतरिक्ष पहुंचाया था.
राइट ब्रदर्स के प्लेन के हिस्से... 17 दिसंबर 1903 में ओरविले और विलबर राइट भाइयों ने पहली बार विमान से उड़ान भरी. प्लेन का नाम किटी हॉक था यह उड़ान मात्र 59 सेकेंड की थी. जिसमें प्लेन ने 852 फीट की दूरी तय की. इसके बाद चांद पर पहला कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रॉन्ग 1969 अपने साथ अपोलो 11 मिशन में राइट बंधुओं के प्लेन के कुछ हिस्से ले गए थे.
म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स... धरती की आरामदायक दुनिया छोड़कर अंतरिक्ष में रहना बेहद कठिन है. ऐसे में साइकोलॉजिकल नुकसान से बचने के लिए एस्ट्रोनॉट्स अपने साथ वाद्ययंत्र ले जाते हैं. जैसे- कीबोर्ड, गिटार, बांसूरी, घंटियां, हवा से फूंककर बजाने वाले इंस्ट्रूमेंट्स के साथ दिक्कत होते हैं. क्योंकि जैसे ही एस्ट्रोनॉट्स वैक्यूम में फूंकना शुरु करते हैं. उनका शरीर पीछे जाने लगता है. इसलिए पैर को लूप में बांधना होता है.