scorecardresearch
 
Advertisement
साइंस न्यूज़

चेक गणराज्य की रिवॉल्वर और अमेरिकी गोलियों से हुई संजीव जीवा की हत्या, जानिए खासियत

Sanjeev Jeeva Murder Case
  • 1/9

लखनऊ की कोर्ट में कुख्यात गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या की गई. हत्या में जिस रिवॉल्वर का इस्तेमाल किया गया है वह चेक गणराज्य में बनाई गई थी. जबकि उसमें लगने वाली गोली को अमेरिका बनाता है. असल में यह रिवॉल्वर लॉ एनफोर्समेंट, प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी, अपनी सुरक्षा और शिकार के लिए बनाया गया था. 

Sanjeev Jeeva Murder Case
  • 2/9

इसे अल्फा सीरीज रिवॉल्वर नाम दिया गया था. जिसके इस समय सात वैरिएंट्स मौजूद हैं. जिस रिवॉल्वर से संजीव जीवा की हत्या की गई उसका मॉडल नंबर है 3520. सीरीज में तीन तरफ के रिवॉल्वर हैं- सीरीज अल्फा, सीरीज अल्फा स्टील और सीरीज होलेक. 

Sanjeev Jeeva Murder Case
  • 3/9

इन सभी रिवॉल्वर में .357 मैग्नम की गोलियां लगती हैं. ये गोलियां धुआं नहीं फेंकती. यानी फायरिंग के वजह न तेज रोशनी, न आग और न ही धुआं. इन गोलियों को स्मोकलेस कार्टिरेज कहते हैं. रिवॉल्वर की बैरल यानी नली दो इंच की होती है. इसमें छह गोलियां आती हैं. गोलियां अपने सिलेंडर में घूमती हैं, यानी रोटेट होती हैं. इसलिए इसे रिवॉल्वर कहते हैं. 

Advertisement
Sanjeev Jeeva Murder Case
  • 4/9

आकार में छोटे होने की वजह से इन्हें रखना आसान होता है. छिपाना आसान होता है. इसके साथ .357 मैग्नम गोली एक भयानक जानलेवा कॉम्बीनेशन है. इसका छह इंच का वर्जन ज्यादा खतरनाक है. उसे शिकार के लिए इस्तेमाल किया जाता है. 

Sanjeev Jeeva Murder Case
  • 5/9

मॉडल 3520... जिससे संजीव जीवा की हत्या की गई उसकी लंबाई 7.5 इंच है. बैरल की लंबाई 2 इंच है. यानी नजदीक से गोली मारने के लिए बनाई गई है. वजन करीब 850 ग्राम होता है. इसमें आप फिक्स्ड आयरन साइट भी लगा सकते हैं. ताकि निशाना सटीकता से लगाया जा सके. 

Sanjeev Jeeva Murder Case
  • 6/9

इसके अलावा मॉडल 3530 और 3531 की लंबाई 9.5 इंच और वजन 900 से 990 ग्राम होता है. जबकि, 990 और 3541 की लंबाई 9.5 इंच और वजन 1000 से 1050 ग्राम होता है. मॉडल 3551C की लंबाई 10 इंच और वजन 1050 ग्राम है. 3561 मॉडल की लंबाई 11.5 इंच और वजन 1150 ग्राम है. 3563 स्पोर्ट की लंबाई 11.8 इंच और वजन 1390 ग्राम है. 

Sanjeev Jeeva Murder Case
  • 7/9

जहां तक बात रही गोलियों की यानी .357 मैग्नम. इसे अमेरिकी कंपनी स्मिथ एंड वेसन विंचेस्टर ने बनाया है. इन गोलियां का उत्पादन 1935 से लगातार होता चला रहा है. इन गोलियों का व्यास .357 इंच यानी 9.07 मिलिमीटर होता है. इन्हें एल्मर कीथ, फिलिप बी शार्प और डगलस बी. वेसन ने मिलकर बनाया था. 

Sanjeev Jeeva Murder Case
  • 8/9

.357 मैग्नम गोली 1450 फीट प्रति सेकेंड की गति से आगे बढ़ती है. इसके कार्टिरेज की लंबाई 1.59 इंच होती है. इस गोली को जानबूझ कर ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. क्योंकि यह शिकार और अपनी सुरक्षा के लिए बेहतरीन मानी जाती है. इससे आप भालू जैसे बड़े जानवर को भी मारकर गिरा सकते हैं. 

Sanjeev Jeeva Murder Case
  • 9/9

.357 मैग्नम अपनी सीरीज की गोलियों की तुलना में छोटी होता है. लेकिन इसकी वजह से इसकी गति अच्छी होती है. साथ ही इसकी धंसने की क्षमता जानलेवा होती है. इसकी कीमत भी कम होती है. आवाज भी कम होती है. इससे रोशनी भी नहीं निकलती. न ही धुआं निकलता है. इसलिए इसे चलाने पर पता नहीं चलता. 

Advertisement
Advertisement
Advertisement