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साइंस न्यूज़

INS Sumedha... जानिए उस युद्धपोत की खासियतें जिसके जरिए निकाले जा रहे सूडान में फंसे भारतीय

INS Sumedha Operation Kaveri
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INS Sumedha भारतीय नौसेना का ऐसा जंगी जहाज है, जो सूडान हिंसा में फंसे भारतीयों को लेकर वापस देश लौट रहा है. आईएनएस सुमेधा साल 2011 में लॉन्च किया गया था. साल 2014 में भारतीय नौसेना को सौंपा गया था. यह सरयू क्लास का पेट्रोल वेसल है. भारतीय नौसेना के लिए इसे गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने बनाया था. 

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आईएनएस सुमेधा का मुख्य काम फ्लीट सपोर्ट ऑपरेशन, तटीय और समुद्री पेट्रोलिंग, समुद्री सर्विलांस और समुद्री कम्यूनिकेशन लाइंस पर नजर रखना है. इस पेट्रोल वेसल का डिस्प्लेसमेंट 2200 टन है. इसकी लंबाई 334 फीट है. इसका बीम 16 फीट का है. 

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यह अधिकतम 46 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से समुद्र में चल सकता है. सबसे शानदार है इसकी रेंज. यह 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से 11 हजार किलोमीटर तक जा सकता है. इसपर 8 अधिकारी और 108 नौसैनिक सवार हो सकते हैं. इसकी तैनाती पोर्ट ब्लेयर पर रहती है. 

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सरयू क्लास पेट्रोल वेसल का यह तीसरा जहाज है. इस क्लास के तहत छह पेट्रोल वेसल बनने थे, जो बन चुके हैं. चार भारतीय नौसेना को अपनी सेवाएं दे रहे हैं. दो श्रीलंकाई नौसेना ने खरीद लिए थे. इस पेट्रोल वेसल पर 4 कवच शैफ लॉन्चर्स लगे हैं. जो दुश्मन के रडार को धोखा देने वाले हथियार हैं. यह 12 किलोमीटर तक हमला करता है. 

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इसके अलावा INS Sumedha पर एक 76 मिलिमीटर/62 का ओटो मेलारा गन लगा हुआ है. इसे BHEL हरिद्वार बनाता है. यह एक खास तरह की तोप है. जो रिमोट से चलती है. इसके तीन वैरिएंट्स हैं. जिनकी रेंज 16 किलोमीटर से लेकर 40 किलोमीटर तक है. इसकी गोलिया 6.3 किलोग्राम वजनी होती है. ये एक सेकेंड में एक किलोमीटर की दूरी तय करती हैं. 

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इसके अलावा इस जंगी जहाज पर दो 30 मिलिमीटर के AK-630 CIWS गन्स लगी हैं. एके 630 गन एक क्लोज़-इन वेपन सिस्टम है. यह एक खास तरह की घूमने वाली तोप होती है. जो दुश्मन के टारगेट की दिशा में घूमते हुए उसपर गोलियां बरसाती है. यह हमला इतना ताबड़तोड़ होता है कि इसकी गोलियों से बचना मुश्किल है. इस तोप का वजन करीब 1800 किलोग्राम होता है. यह ऑटोमैटिक होती है. इसकी बैरल यानी नली 57 से 64 इंच हो सकती है.

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इसे चलाने के लिए एक आदमी लगता है. यह चारों दिशाओं में किसी भी एंगल पर घूम कर दुश्मन टारगेट पर हमला कर सकती है. इसकी फायरिंग रेंज 4000 राउंड्स प्रति मिनट से लेकर 10 हजार राउंड्स प्रति मिनट है. रेंज 4000 से 5000 मीटर यानी चार से पांच किलोमीटर होती है. टारगेट जैसे ही इसकी रेंज में आता है ये खुद ही फायरिंग शुरू कर देता है. इसकी गोलियों के लिए इसमें बेल्ट लगाई जाती है. ये बेल्ट 1000 राउंड से लेकर 4000 राउंड तक होती है. 

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INS Sumedha पर एक हेलिकॉप्टर तैनात हो सकता है. फिलहाल इस पर HAL Dhruv हेलिकॉप्टर तैनात है. इंडियन एयरफोर्स के पास 107, इंडियन आर्मी के पास 191 और नेवी के पास 14 हेलिकॉप्टर्स हैं. ध्रुव हेलिकॉप्टर को दो पायलट उड़ाते हैं. इनमें 12 सैनिक बैठ सकते हैं. 52.1 फीट लंबे इस हेलिकॉप्टर की ऊंचाई 16.4 फीट है. अधिकतम गति 291 KM प्रतिघंटा है. यह एक बार में 630 किमी तक उड़ान भर सकता है. 

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INS Sumedha की डिजाइन इंडियन कोस्ट गार्ड के संकल्प क्लास वेसल से प्रेरित हैं. इसके साथ के सभी शिप बनाने में 2452 करोड़ रुपये लगे थे. इन्हें दो पीलस्टिक डीजल इंजन ताकत प्रदान करते हैं. जिसकी वजह से इसे तेज गति मिलती है. 

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