क्या होगा अगर इंसान धरती से खत्म हो जाएं? फिर कौन से जीव इंसानों की जगह सबसे ज्यादा बुद्धिमान होंगे? कौन से ऐसे जीव हैं, जो कपड़े पहन सकेंगे. खाना बना सकेंगे. स्मार्टफोन चला सकेंगे. फिर पासवर्ड भूलने पर परेशान होंगे. धरती पर मौजूद सभी जीवों में इंसान सबसे ज्यादा इंटेलिजेंट जानवर हैं. लेकिन इसके बाद कौन होगा? कभी सोचा है इसके बारे में...आइए जानते हैं क्या कहते हैं एक्सपर्ट? (फोटोःगेटी)
नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी में मॉलीक्यूलर इकोलॉजिस्ट मार्था रीसकाइंड कहती हैं कि आधुनिक जीन सिक्वेंसिंग और इवोल्यूशन की हमारी समझ ये बता सकती है कि इंसानों के खत्म होने के बाद कौन-सा जीव धरती पर सबसे बुद्धिमान होगा. किसका दिमाग ज्यादा विकसित होगा. लेकिन वर्तमान तकनीकों के सहारे यह भविष्यवाणी थोड़े समय के लिए ही की जा सकती है. क्योंकि लंबे समय में कौन-सा जीव किस तरह से विकसित होगा ये कह पाना अभी मुश्किल है. (फोटोःगेटी)
मार्था रीसकाइंड कहती हैं कि अगर इंसान अचानक से खत्म हो जाए तो भी क्लाइमेट चेंज होता रहेगा. इसका असर कई प्रकार के जीव-जंतुओं पर कई सालों तक पड़ता रहेगा. वो इससे बचने और सर्वाइव करने के लिए नए-नए तरीके खोजते रहेंगे. सर्दी वाले इलाकों में रहने वाले जीवों को तो ज्यादा संघर्ष करना होगा. जैसे- ध्रुवीय भालू और पेंग्विंस. ये ज्यादा से ज्यादा एक हजार साल तक और जीवित रहेंगे. (फोटोःगेटी)
जियोलॉजिस्ट और After Man: A Zoology of the Future नाम की किताब लिखने वाले लेखक डोगल डिक्सन कहते हैं कि भविष्य कई प्रजातियों के मिलन (Concept of Covergence) से जुड़ा होगा. ये जुड़ाव इवोल्यूशनरी यानी सतत विकास की प्रक्रिया है. इसमें दो विभिन्न प्रकार के जीव एक जैसी बुद्धिमत्ता हासिल करने के लिए आपस में मिलेंगे. ताकि वो किसी खास प्रकार के मौसम में जीवित रह सकें या सर्वाइव कर सकें या फिर विकसित हो सकें. जैसे सर्दी वाले इलाकों में रहने वाले पोलर बीयर ग्रिजली बीयर के साथ संबंध बनाकर पिजली बीयर पैदा करेंगे. ताकि वे गर्म और सर्द दोनों इलाकों में रह सकें. (फोटोःगेटी)
डोगल डिक्सन कहते हैं कि उदाहरण के लिए मछली के शरीर के आकार को समझने का प्रयास कीजिए. यह पतली होती है, टॉरपीडो जैसा शरीर और संतुलन के लिए फिन्स होते हैं. पानी के अंदर रहने के शरीर विकसित हुआ है. डॉल्फिन्स भी इसी तरह से विकसित हुई हैं. लेकिन उनका खून गर्म है. वो हवा में भी सांस लेती हैं. जैसे स्तनधारी जीव लेते हैं. यानी मछली होते हुए भी उनका विकास अलग तरीके से हुआ है. वो अन्य मछलियों की तुलना में ज्यादा बुद्धिमान होती हैं. जैसे कई पक्षी बुद्धिमान होते हैं. (फोटोःगेटी)
यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर की रिसर्च के मुताबिक इंसान धरती का इकलौता ऐसा जीव है जो किसी चीज का निर्माण कर सकता है. जिसके पास संज्ञानात्मक तर्क करने की क्षमता होती है. वह इमारतें, शहर, सड़क बना सकता है. पर्यावरण में बदलाव कर सकता है. लेकिन अन्य जीवों को ये इंटेलिजेंस विकसित करने के लिए कई सौ सालों की मेहनत करनी होगी. उन्हें इस काम में काफी ज्यादा मेहनत करनी होगी. लेकिन चिम्पैंजी इंसानों का नजदीकी जीव है, जो ये काम जल्द सीख सकता है. (फोटोःगेटी)
When humans are gone, what animals might evolve to have our smarts and skills? https://t.co/bqihXwotks
— Live Science (@LiveScience) December 18, 2021
चिम्पैंजी और बोनोबोस इंसानों के करीबी पूर्वज हैं, जो किसी भी काम को तेजी से सीखने की क्षमता रखते हैं. ये आज भी जंगलों में अपने काम की यंत्र और टूल्स बनाने की क्षमता रखते हैं. बनाते भी हैं. उनका उपयोग भी करते हैं. अगर इंसान खत्म होते हैं तो पूरी संभावना है कि ये वानर (Apes) इंसानों की जगह लें. और धरती को प्लैनेट ऑफ द एप्स (Planet of the Apes) बना दें. (फोटोःगेटी)
Nature जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक समय ऐसा आएगा जब चिम्पैंजी की प्रजाति इंसानों की प्रजाति की तुलना में ज्यादा विकसित होगी. जैसे कि इंसानों की प्रजाति होमो सैपियंस ने 40 हजार साल पहले निएंडरथल मानवों को विकास के मामले में पीछे छोड़ा था. वह हिमयुग का समय था. इसलिए संभव है कि चिम्पैंजी आज से सैकड़ों, हजारों या लाखों साल बाद विकसित हों लेकिन ये काम तो होगा ही. वो इंसानों की तरह यंत्र बनाएंगे, विकसित होंगे. (फोटोःगेटी)
चिम्पैंजी और आधुनिक इंसानों के पूर्वज 70 लाख साल पहले धरती पर मौजूद थे. दोनों एक ही पूर्वजों के वंश से निकले हैं. लेकिन यह भी संभावित है कि जिस तरह डायनासोर खत्म हुए. उसी तरह इंसान और भविष्य में चिम्पैंजी भी किसी अचानक से घटी घटना में पूरी तरह से खत्म हो जाए. तब क्या होगा. क्या कौवे विकसित होंगे. या फिर कोई अन्य पक्षी. (फोटोःगेटी)
जब 6.6 करोड़ साल पहले न उड़ पाने वाले डायनासोर मारे गए तब उनकी जगह स्तनधारी जीवों ने ली. इसलिए संभव है कि जब इंसान खत्म होंगे तब उनकी जगह वानर या पक्षी ले ले. क्योंकि पक्षी भी अन्य जीवों की तरह ज्यादा स्मार्ट और दिमागी होते हैं. जैसे- कौवे, रैवेन. ये कई मामलों में चिम्पैंजी से बेहतर होते हैं. ये भी यंत्र बनाते हैं. जैसे अपने चोंच और पंजों से घोंसले बनाते हैं और तारों के हुक बनाते हैं. (फोटोःगेटी)
अफ्रीकन ग्रे तोता (African Grey Parrot) 100 से ज्यादा शब्द सीख सकते हैं और बोल सकते हैं. आसान गणित समझ सकते हैं. यहां तक कि उन्हें जीरो का कॉनसेप्ट भी समझ में आता है. कुछ पक्षी समूहों में रहकर चीजों को समझते हैं. समूह के नियमों का पालन करते हैं. जैसे वीवर्स (Weavers) के घोंसलों पर अन्य पक्षियों का डेरा सदियों से होता आया है. लेकिन इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता. (फोटोःगेटी)
समुद्र में डॉल्फिन्स के अलावा अगर कोई जीव सबसे ज्यादा समझदार है, तो वह है ऑक्टोपस (Octopus). कनाडा के अलबर्टा स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ लेथब्रिज की इंटेलिजेंस रिसर्चर जेनिफर मैथर कहती हैं कि ऑक्टोपस असली और वर्चुअल वस्तुओं में अंतर समझ सकते हैं. वो अपने पर्यावरण का निर्माण कर सकते हैं. अपने घरों से अवांछनीय एल्गी को हटा सकते हैं. घर के बाहर दीवार बना सकते हैं. वो समाज में रहना जानते हैं. (फोटोःगेटी)