कोबरा, मांबा और कोरल स्नेक की सुपर फैमिली है एलापोइडिया (Elapoidea). वैज्ञानिकों का अब तक मानना था कि ये अफ्रीका में पैदा हुए थे. क्योंकि इस सुपर फैमिली का एक जीवाश्म तंजानिया में मिला था. जो करीब 3.39 करोड़ साल से 2.30 करोड़ साल पुराना था. यानी इन सांपों का सबसे पुराना रिश्तेदार यही था. (सभी फोटोः गेटी)
अब रॉयल सोसाइटी ओपन साइंस जर्नल में सात अगस्त को एक नई रिसर्च प्रकाशित हुई है. जिसमें इस सुपर फैमिली से जुड़े अन्य सांपों के परिवारों का डीएनए एनालिसिस किया गया. जीवाश्मों की स्टडी की गई. इसमें एशिया की सुपर फैमिली कोलुब्रोइडिया (Colubroidea) भी है. ये एलापोइडिया के दूर के रिश्तेदार हैं.
अमेरिकन म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री में इवोल्यूशनरी बायोलॉजिस्ट जेफरी वीनेल कहते हैं कि ये दोनों सुपर फैमिली एकदूसरे के रिश्तेदार हैं, ये बात तो समझ में आ रही है. लेकिन ये नहीं समझ आ रहा है कि कैसे. इसकी जांच की जा रही है. हमनें इन दोनों सुपरफैमिली के सांपों का जेनेटिक डेटा जमा किया तो हैरान रह गए.
जेफरी वीनेल और उनके साथियों ने 3128 अलग-अलग स्थानों से एलोपोइडिया की 65 प्रजातियों के जीनोम जमा किए. सिर्फ ये पता करने के लिए ये आपस में किस तरह से जुड़े हैं. कैसे एकदूसरे के रिश्तेदार लगते हैं. इसके अलावा 434 अन्य प्रजातियों के जीनोम भी जमा किए गए. अब जेफरी के पास हजारों सांपों का जेनेटिक डेटा था.
जांच में पता चला कि कोबरा, मांबा और कोरल स्नेक की सुपर फैमिली एलोपोइडिया का सबसे पुराना वंशज एशिया में पैदा हुआ था. 2.89 करोड़ से लेकर 4.59 करोड़ साल पहले. जबकि कोलूब्रोइडिया सुपर फैमिली 3.13 से 4.88 करोड़ वर्ष के बीच विकसित हुआ था. एशिया के सांपों के जीवाश्म इसलिए नहीं मिल पाए क्योंकि यहां का मौसम उष्णकटिबंधीय यानी ट्रॉपिकल है. इनका सुरक्षित बचना नामुमकिन था.
करीब 3.75 करोड़ साल पहले इन सांपों के पूर्वजों ने एशिया छोड़कर अफ्रीका की ओर रवानगी डाल दी. इसके बाद अफ्रीका से इनके वंशज 2.44 करोड़ साल पहले यूरोप, ऑस्ट्रेलेशिया और अमेरिका में फैलते चले गए. इस समय दुनिया भर में जहरीले सांपों की 700 से ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं. सिवाय अंटार्कटिका के.
इस स्टडी में यह पता चला कि एलोपोइडिया और कोलूब्रोइडिया सुपर फैमिली का विकास एकसाथ हुआ. दोनों दूर के रिश्तेदार हैं. दोनों ही एशिया से अफ्रीका गए. वो भी अलग-अलग 15 लोकेशन पर. फिर ये वापस एशिया आए करीब सात बार. यहां पर फिर से अपनी कॉलोनी बनाई. ये दोनों महाद्वीपों के बीच आने-जाने की जटिल प्रक्रिया का हिस्सा था.
इस आवागमन के बीच समुद्री सांपों की प्रजाति की शुरुआत हुई. कोरल स्नेक बने. उनकी प्रजाति विकसित हुई. क्योंकि ये सिर्फ जमीन पर ही नहीं बल्कि पानी के अंदर बनी बारीक गुफाओं और नालियों से होते हुए एक महाद्वीप से दूसरे तक चले जाते थे. इसी के जरिए इनका वैश्विक स्तर पर विभाजन हुआ. कुल मिलाकर मामला ये है कि किंग कोबरा, मांबा,कोरल स्नेक और समुद्री सांपों की कई प्रजातियां एशिया में पैदा हुई हैं. यहीं से अफ्रीका और फिर वहां से पूरी दुनिया में फैली हैं.