कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने भारत में तो तबाही मचाई ही है. दुनिया के कई अन्य देशों में भी कहर बरपा रहा है. कई तरह के वैरिएंट्स आ गए हैं. ये वैरिएंट्स आसानी से लोगों को संक्रमित कर रहे हैं. जान ले रहे हैं. इनसे बचने के लिए पहले सिंगल मास्क लगाने की सलाह दी गई थी. अब डबल मास्क की उपयोगिता बताई जा रही है. डबल मास्क क्यों जरूरी है? किस मास्क को डबल करने की जरूरत है, किसे नहीं? कोरोना के भयावह काल में कौन सा मास्क कितना कारगर है, आइए जानते हैं अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की गाइडलाइंस के अनुसार... (फोटोः गेटी)
कोरोना से बचाव के लिए आमतौर पर तीन तरह के मास्क मौजूद हैं. पहला N-95 मास्क. यह अगर सही से पहना जाए तो आपको कोरोना संक्रमण से 95 प्रतिशत की सुरक्षा मिलती है. इसके बाद आता है सर्जिकल मास्क, इससे आपको कोरोना से बचने में सिर्फ 56 फीसदी मदद मिलती है. जबकि, कपड़े वाले मास्क से आप सबसे कम सिर्फ 51 फीसदी ही सुरक्षित रहते हैं. इसलिए CDC के अनुसार अगर आपको मास्क लेना है तो N-95 लीजिए. (फोटोः गेटी)
N-95 मास्क का उपयोग करने वालों को डबल मास्क लगाने की जरूरत नहीं है. लेकिन अगर आप सर्जिकल या कपड़े वाला मास्क पहन रहे हैं तो आपको डबल मास्क की जरूरत पड़ेगी. इसका सही तरीका ये है कि आप पहले अपने मुंह पर सर्जिकल मास्क लगाएं. उसके बाद उसके ऊपर कपड़े वाला मास्क लगाएं. सर्जिकल मास्क को कपड़े वाले मास्क से टाइट कवर होना चाहिए. इससे आपको कोरोना वायरस के संक्रमण से 85 फीसदी सुरक्षा मिलती है. (फोटोः गेटी)
With the rise in the SARS_CoV_2 variants, @CDCgov has brought out guidelines for double masking to enhance performance of masks. My humble attempt at capturing them in a poster. pic.twitter.com/fyxwmGVrMA
— Samatha Mathew (She/her)🗯️ (@Samatha_Mathew) May 2, 2021
CDC की गाइडलाइंस के अनुसार कभी भी दो सर्जिकल मास्क या दो कपड़े के मास्क न पहने. इससे कोई फायदा नहीं होगा. बल्कि नुकसान होगा. आपको सांस लेने में दिक्कत होगी. अब बताते हैं कि कौन सा मास्क आपके चेहरे पर सही से फिट होगा. N-95 मास्क आपक चेहरे पर फिट होने के लिए ही बनाया जाता है. जितना ज्यादा फिट मास्क होगा, सुरक्षा उतनी ही ज्यादा होगी. (फोटोः गेटी)
सर्जिकल मास्क की फिटिंग अच्छी नहीं होती. यह थोड़ी देर के लिए सही रहता है लेकिन उसके बाद यह ढीला हो जाता है. जिससे आपको संक्रमित होने का खतरा रहता है. इसलिए जरूरी है इसके ऊपर कपड़े का मास्क पहने लेकिन वह भी पूरी तरह से फिट और टाइट होना चाहिए. कपड़े के मास्क सिले हुए होते हैं, इसलिए ये चेहरे पर सही से फिट हो जाते हैं. कपड़े का मास्क अगर कई लेयर का है और आपके चेहरे पर सही से फिट होता है तो आप कोरोना संक्रमण से 77 फीसदी तक बच सकते हैं. (फोटोः गेटी)
अब ये जानना जरूरी है कि कौन से मास्क को कितनी बार पहन सकते हैं. N-95 मास्क को आप अधिक से अधिक 5 बार पहन सकते हैं. इसे धोया नहीं जाता है. एक से दूसरी बार पहनने के बीच इसे आप पेपर बैग में रख सकते हैं. सर्जिकल मास्क को दोबारा उपयोग में लाने की सख्त मनाही है. इससे कोरोना संक्रमण से कोई बचाव नहीं मिलता. जबकि, कपड़े के मास्क को आप डिटरजेंट से धोकर, सुखाकर दोबारा उपयोग कर सकते हैं. (फोटोः गेटी)
ज्यादा गंदे मास्क का उपयोग न करें. न ही अपने मास्क पर किसी तरह के सैनिटाइजर या केमिकल को डालें. इससे आपको सांस लेने में दिक्कत होगी. CDC ने अलग-अलग मास्क को लेकर प्रयोग किए. जिसमें यह बात पता चली कि कौन से मास्क से कितना फायदा होगा. सीडीसी के वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर मेडिकल प्रोसीजर मास्क यानी सर्जिकल मास्क के ऊपर कपड़े का मास्क पहनें तो आपको काफी ज्यादा सुरक्षा मिलती है. (फोटोः गेटी)
मेडिकल प्रोसीजर मास्क अगर सही से चेहरे पर फिट होता है तो वह आपको ठीक-ठाक सुरक्षा देता है. लेकिन अगर इसकी फिटिंग लूज होती है, तो उसे तत्काल बदल देना चाहिए. मास्क को सही से फिट रखने के लिए बाजार में मास्क फिटर (Mask Fitter) भी आते हैं. या फिर आप अपने मास्क के ऊपर से नायलॉन कवरिंग भी डाल सकते हैं. इससे मास्क टाइट रहेगा और आप कोरोना संक्रमण से बचे रहेंगे. (फोटोः गेटी)