चिली के विना डे मार में भयानक जंगल की आग लगी. इस खूबसूरत तटीय शहर का बड़ा हिस्सा जल गया. चारों तरफ काले रंग की राख फैली हुई है. लेकिन 70 मकान जलने से बच गए. ये घर विला बॉटनिया इलाके में थे. यहां के स्थानीय लोगों ने फायरफाइटर्स और वन अधिकारियों के साथ मिलकर इन घरों को जलने से बचा लिया.
विना डे मार और वलपरासियो में फैली जंगल की आग की वजह से 132 लोगों की मौत हुई. दक्षिण अमेरिका के किसी देश में यह 2010 के बाद सबसे बड़ा प्राकृतिक हादसा है. जिन 70 घरों को जलने से बचाया गया, वो ऊंचाई वाले इलाके में हैं. इनके चारों तरफ जंगली झाड़ियां उगी थी. उनमें भी आग लगी लेकिन ये घर बचा लिए गए.
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वन अधिकारियों, फायर फाइटर्स और स्थानीय लोगों ने एक सामुदायिक प्रोजेक्ट बनाया. ताकि घरों को बचाया जा सके. इसके लिए लोगों ने वन अधिकारियों और फायर फाइटर्स के गाइडेंस में काम करना शुरू किया. जंगल की आग घरों तक पहुंचती उससे पहले ही चारों तरफ के जंगल के बड़े हिस्से को काट दिया गया. सूखे पत्तों को हटा दिया गया.
घरों के चारों तरफ की जमीन की लगातार गीला रखा गया. इसके अलावा चारों तरफ गडढे खोद दिए गए. उसमें पानी भर दिया गया. ताकि आग घरों तक नहीं पहुंचे. आग पहुंची लेकिन घरों को कुछ नहीं हुआ. चिली के नेशनल फॉरेस्ट अथॉरिटी के रीजनल हेड लियोनार्डो मोडर ने कहा कि हमें जो करना था, वो करके दिखा दिया. लोगों ने साथ दिया.
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मोडर ने बताया कि स्थानीय लोगों ने अपने घरों को बचाने के लिए खुद ही जंगल की आग से सामना करने की योजना बनाई. हमनें उन्हें बताया कि ये काम कैसे किया जा सकता है. कुल मिलाकर 27 बार लोगों ने यह काम किया. ताकि सारे घरों को बचाया जा सके. हम यही फॉर्मूला अब चिली के बाकी इलाकों में भी लागू करने की योजना बना रहे हैं.
मोडर ने कहा कि जंगल की आग यहां सामान्य घटना है. लेकिन इस बार इस आग ने बहुत से लोगों को मार दिया. हजारों घर जला दिए. जब बात विला बॉटनिया की आई, तो लोगों ने खुद हमें अप्रोच किया. हमसे पूछा कि कैसे अपने घरों को बचा सकते हैं. इसके बाद लोगों ने खुद यह काम किया.