ये है ब्लू ड्रैगन. आमतौर पर हिंद महासागर, अटलांटिक और प्रशांत महासागर में मिलता है. यह अपने से छोटे लेकिन सिर्फ जहरीले जीवों को खाता है. जैसे पॉर्चुगीस मेनोवार. इसकी लंबाई ज्यादा से ज्यादा 1.2 इंच होती है. यह एक प्रकार का समुद्री स्लग (Sea Slug) है.
इसे सी स्वैलो (Sea Swallow) या ब्लू एंजल (Blue Angel) भी कहते हैं. इसके पास विंग्स के तीन सेट होते हैं. जिन्हें सेराटा (Cerata) कहते हैं. इसलिए यह देखने में पोकेमॉन जैसा दिखता है. ब्लू ड्रैगन आमतौर पर समुद्री सतह पर रहता है. अपने चारों तरफ हवा का बुलबुला बनाकर रखता है. ताकि लहरों की मार से बच सके.
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ये बुलबुला वह अपने पेट से बनाता है, इसी के सहारे यह समुद्री सतह पर तैरता रहता है. समंदर में यह जीव उलटा तैरता है. इसका नीला रंग इसे समंदर के रंग के साथ मिला देता है. ताकि यह खुद को शिकार होने से बचा सके. इसके खाने में पॉर्चुगीस मनोवार, बाय-द-विंड-सेलर्स और वायलेट सी स्नेल शामिल होते हैं.
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आमतौर पर ये तीनों बेहद जहरीले होते हैं, लेकिन ब्लू ड्रैगन उनका जहर भी चुरा लेता है. इसके शरीर में कई डंक होते हैं. यह काफी ज्यादा जहरीला होता है. लेकिन इसके जहर से इंसानों को कोई खतरा नहीं होता. हालांकि इसका डंक लग जाए तो दर्द बहुत ज्यादा होता है. इसलिए इससे दूर रहने में ही भलाई होती है.