वायु प्रदूषण की वजह से लोगों में सूखी खांसी की दिक्कत बढ़ गई है. घर या ऑफिस में बैठे-बैठे भी लोग दिन में करीब 20 से 25 बार खांस रहे हैं. ऐसे में इन मरीजों को जूफा और अन्य जड़ी बूटियों के जरिए बचाव हो सकता है. आयुर्वेद की यह औषधि प्रदूषित कणों से बचा सकती है. नई दिल्ली के सरिता विहार स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) के विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ी इलाके में मिलने वाली जूफा औषधि प्रदूषण या फिर प्रदूषित कणों से बचाव में काफी बेहतर काम करती है.
जूफा के साथ तुलसी, लौंग, वासा, पिपलि, गोजिहा, दालचीनी, कटेली, बहेडा, अंजीर, उनाब इत्यादि के मिश्रण का सेवन करने से खांसी और कफ से आराम मिल सकता है. प्रशांत विहार स्थित निगम के आयुर्वेद अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरपी पाराशर बताते हैं कि जूफा, तुलसी, भृंगराज इत्यादि औषधि कफ को बाहर निकालने में मदद करती हैं. साथ ही इन औषधियों से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है.
एआईआईए के वरिष्ठ डॉ. शांतनु कुमार बताते हैं कि इस समय दिल्ली के प्रदूषण से लोग एंटी एलर्जी के शिकार हो रहे हैं. इसमें खांसी, कफ, बुखार, सिरदर्द इत्यादि लक्षण आते हैं. अगर जल्द ही इनका उपचार नहीं किया तो ये संक्रमण में तब्दील हो सकती हैं. दूध या चाय में हल्दी, तुलसी, अदरक, लोंग, काली मिर्च उबालकर पीने से गले की खराश ठीक हो जाएगी और प्रदूषित कण भी शरीर से बाहर निकल जाएंगे.
दरअसल दिल्ली-एनसीआर में सात दिन तक बेहद खराब बनी हुई है. दिल्ली में वायु प्रदूषण 450 से भी अधिक दर्ज किया गया है. ऐसी ही औषधियों को मिलाकर एमिल फॉर्मास्युटिकल्स ने ज्यूफेक्स फोर्टे सीरप बनाया है. दिल्ली के अलावा गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और नोएडा में हालात दिल्ली से भी बदतर रहे. ऐसे में डॉक्टरों की सलाह है कि लोगों को इससे बचाव के लिए सतर्कता बरतनी जरूरी है.