भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन (DRDO) इस समय एक ऐसी मिसाइल बना रहा है, जिसकी तैनाती होने के बाद भारतीय नौसेना (Indian Navy) की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी. साथ ही दुश्मन के जंगी जहाज किसी भी तरह की हरकत करने से पहले थोड़ा सोचेंगे. क्योंकि ये एक सब-सोनिक क्रूज मिसाइल है.
NASM-MR मतलब नेवल एंटी-शिप मिसाइल. MR का मतलब मीडियम रेंज. यानी मध्यम दूरी की मिसाइल. माना जा रहा है इस मिसाइल का वजन 750 किलोग्राम होगा. यह करीब 15 से 17 फीट लंबी होगी. इसमें बूस्टर भी शामिल होंगे. व्यास करीब 1.8 फीट होगा. इस मिसाइल पर 150 किलोग्राम वजनी वॉरहेड लगा सकते हैं.
यह रेडियो प्रॉक्सिमिटी फ्यूज पर विस्फोट करेगा. इसका रॉकेट सॉलिड प्रोपेलेंट पर चलेगा. साथ ही टर्बोफैन इसे गति प्रदान करेंगे. फिलहाल इसकी ऑपरेशन रेंज 150 से 350 किलोमीटर मानी जा रही है. यह अधिकतम 50 मीटर से 4 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाकर हमला कर पाएगा. इसकी अधिकतम गति 988 किलोमीटर प्रतिघंटा के आसपास होगी.
टारगेट पर हमला करते वक्त यह बीच रास्ते में अपनी दिशा में बदलाव कर सकती है. इसे इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम के आधार पर गाइड किया जाएगा. साथ ही इसमें सैटेलाइट गाइडेंस की भी सुविधा होगी. इसे लॉन्च करने के लिए युद्धपोत, HAL तेजस फाइटर जेट और भविष्य में आने वाला TEDBF फाइटर जेट उपयुक्त माना जा रहा है.
यह असल में एक हार्पून क्लास एंटी-शिप मिसाइल है. मध्यम दूरी पर दुश्मन को धूल चटाने के लिए यह मिसाइल बेहद कारगर साबित होगी. इस मिसाइल के बनने और तैनाती के बाद भारत की तटीय सुरक्षा में काफी इजाफा होगा. इतना ही नहीं भारतीय नौसेना के लिए रुद्रम मिसाइल भी बनाई गई है. जिसका इस्तेमाल हवाई हमले के तौर पर किया जा सकता है.