दुनिया के दो अरबपति, रुपये को पैमाना बनाए तो खरबपति अंतरिक्ष में पेशेवर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं. दुनिया के टॉप फाइव रईसों में शुमार अमेजॉन के मालिक जेफ बेजोस अंतरिक्ष में रॉकेट लॉन्च करने को तैयार हैं. स्पेस इंडस्ट्री में अभी एलन मस्क की कंपनी एपेस एक्स का दबदबा है. लेकिन जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन अपनी स्थापना के लगभग 25 साल बाद मस्क के इस एकाधिकार को टक्कर देने की तैयारी कर रही है.
यह बड़ा अजीब संयोग है कि जेफ बेजोस ने इस निर्णय की जानकारी दुनिया को देने के लिए एलन मस्क के ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स का सहारा लिया. उन्होंने एक ऑर्बिटल रॉकेट का टेस्टिंग वीडियो पोस्ट कर लिखा नेक्स्ट स्टॉप लॉन्च. माना जा रहा है कि अगले हफ्ते इस रॉकेट की लॉन्चिंग हो सकती है.
अमेरिका के इन दोनों ही उद्योगपतियों का उद्देश्य धरती से अरबों किलोमीटर दूर, पृथ्वी से परे, तारों के बीच जीवन की संभावनाओं को तलाशना है. एलन मस्क तो बार बार कहते हैं इंसानों को पृथ्वी से इतर रहने के लिए एक और घर की जरूरत है. आकाश गंगा के अनंत विस्तार में इंसानों के रहने लायक ग्रह या उपग्रह का खोजना एक ऐसी कोशिश है जिसमें अगर कामयाबी मिल जाए तो मानवता का ताना-बाना और इतिहास ही बदल जाएगा.
ताकि इंसानों के लिए सदाबहार आशियाना बनी रहे थे पृथ्वी
जेफ बेजोस अपनी एयरोस्पेस कंपनी ब्लू ओरिजिन के माध्यम से एक ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं, जहां अंतरिक्ष में मानवता की गतिविधियां पृथ्वी के नाजुक पर्यावरण की रक्षा करने में सहायक होंगी. बेजोस चाहते हैं कि प्रदूषण फैलाने वाले इंडस्ट्री को स्पेस में ट्रांसफर कर दिया जाए. जिससे पृथ्वी मनुष्य की जिंदगी के लिए एक सदाबहार आशियाना बना रहे.
भौतिक विज्ञानी जेरार्ड के. ओ'नील से प्रेरणा लेते हुए, बेजोस ने विशाल अंतरिक्ष आवासों की कल्पना की है. ओ'नील एक ऐसे सिलेंडर का कॉन्सेप्ट देते हैं जिसमें लाखों लोग रह सकते हैं. हमेशा घूमती रहने वाली ये संरचनाएं मनुष्यों को अंतरिक्ष के विशाल संसाधनों का दोहन करने में मददगार साबित होंगी. जबकि पृथ्वी के पारिस्थितिकी तंत्र को अछूता छोड़ देंगी.
बेजोस का तर्क है कि मानव सभ्यता की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों के लिए पृथ्वी के सीमित संसाधनों से परे विस्तार की आवश्यकता है. वे अक्सर दोहराते हैं, "कोई प्लान बी नहीं है." "हमें पृथ्वी को बचाना है."
अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए वजूद में आई ब्लू ऑरिजिन
जेफ बेजोस की व्यापारिक फिलासफी को समझें तो उन्होंने इसी मकसद से ब्लू ऑरिजिन कंपनी की स्थापना की है जो अंतरिक्ष के रहस्यों के उद्घाटन में जुटी है. ब्लू ऑरिजिन एक अमेरिकी एयरोस्पेस निर्माण कंपनी है, जिसकी स्थापना 2000 में जेफ बेजोस ने की थी. ब्लू ऑरिजिन इस वक्त कई मिशन पर काम कर हैं.
इनमें चांद पर इंसानों को भेजने की योजना, मंगल पर अंतरिक्ष यात्रियों की भेजने की योजना, अंतरिक्ष यात्रा का विकास और स्पेस डेवलपमेंट शामिल है.
जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ऑरिजिन ने अंतरिक्ष अन्वेषण की यात्रा में कई मुकाम हासिल किये हैं. जैसे न्यू शेपर्ड. न्यू शेपर्ड दोबारा इस्तेमाल किया जा सकने वाला सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल है. इसको अंतरिक्ष यात्रियों और सैटेलाइट्स को स्पेस में पहुंचाने के लिए किया गया है. इस आविष्कार ने स्पेस टूरिज्म की संभावनाओं का विकास किया है. वर्ष 2015 में इसका सफल परीक्षण किया जा चुका है.
इसके बाद नंबर आता है न्यू ग्लेन का, न्यू ग्लेन एक रियूजेबल ऑर्बिटल लॉन्च वाहन है, जो भारी उपग्रहों और अंतरिक्ष यानों को कक्षा में पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. ऑर्बिटल रॉकेट की गति 25 से 27 हजार किलोमीटर प्रतिघंटे तक हो सकती है.
बता दें कि जेफ बेजोस ने अपने पोस्ट में जिस रॉकेट की चर्चा की है वो न्यू ग्लेन है. अगर इस रॉकेट की लॉन्चिंग सफल हो जाती है तो ये अंतरिक्ष अन्वेषण में मील का पत्थर साबित होगी. इसके अलावा चांद पर मानव मिशन के लिए ब्लू ऑरिजिन ने ब्लू मून लैंडर भी बनाया है. इसके लिए ब्लू ऑरिजिन ने अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के साथ साझेदारी की थी. नासा इस मिशन के लिए ब्लू ऑरिजिन को 3.4 अरब डॉलर का ठेका दिया था.
अंतरिक्ष में स्पेस एक्स के अचंभे वाले कारनामे
ब्रह्माण्ड के रहस्यों की गुत्थी सुलझाने के लिए शुरू हुई रेस में एलन मस्क की एंट्री जेफ बेजोस के दो साल बाद हुई. मस्क ने वर्ष 2002 में स्पेस एक्स की स्थापना की. इस कंपनी का फोकस भी अंतरिक्ष अनुसंधान,अंतरिक्ष यात्रा और स्पेस व्हीकल्स का विकास है.
मस्क की कंपनी ने इस सेक्टर अंधाधुंध डॉलर लगाया और कुछ अविश्वसनीय मशीनें लेकर आए. स्पेस एक्स की उपलब्धियों में दुनिया का पहला रियूजेबल रॉकेट फॉल्कन 9 है. इसे बनाने का उद्देश्य उपग्रहों और अंतरिक्ष यानों को कक्षा में पहुंचाना है. फॉल्कन 9 अविश्वसनीय रूप से 43000 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से यात्रा कर सकता है. अगर इसकी ऑर्बिटल यानी कक्षीय गति की बात करें तो पृथ्वी की ओर गिरने से बचने के लिए इसे 28 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड की जरूरत होती है.
इसके अलावा स्पेसएक्स ने नासा के साथ साझेदारी में अंतरिक्ष स्टेशन के लिए ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट विकसित किया है. स्पेसएक्स मंगल ग्रह पर मानव मिशन भेजने की योजना बना रही है. इसके अतिरिक्त दुनिया भर में इंटरनेट सुविधा प्रदान करने वाले स्पेस एक्स के स्टारलिंक सैटेलाइट को कौन भूल सकता है. स्पेस एक्स ने भारी पेलोड रॉकेट फाल्कन हेवी को भी विकसित किया है.
मंगल पर न्यूक्लियर विस्फोट करना चाहते हैं मस्क
मंगल को लेकर एलन मस्क की प्लानिंग बड़ी महात्वाकांक्षी है. मस्क चाहते है कि मंगल पर ऐसा वायुमंडल तैयार किया जाए जो इंसानों के रहने के लिए मुफीद हो. उन्होंने मंगल के वातावरण में फंसे करोड़ों टन कार्बन डाई ऑक्साइड को रिलीज करने के लिए वहां पर न्यूक्लियर विस्फोट का भी सुझाव दिया है. हालांकि कई वैज्ञानिकों देशों और एजेंसियों ने मस्क के सुझाव पर हैरानी जताई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार वे अगले कुछ दशकों में दस लाख लोगों को मंगल पर भेजने की योजना पर काम कर रहे हैं.
आकाशगंगा में अरबपतियों की जंग
जेफ बेजोस और एलन मस्क दोनों ही अमेरिकी पूंजीवाद के कामयाब प्रोडक्ट हैं. दोनों ही 'आउट ऑफ द बॉक्स' सोचते हैं और तकनीक और पूंजी के दम पर हर बाधा को चुनौती देते रहते हैं. लेकिन अंतरिक्ष में इनकी महात्वाकांक्षाएं टकरा रही हैं.
लेखक वाल्टर इसाकसन ने मस्क की जीवनी पर लिखी किताब में दोनों उद्योगपतियों के बीच टकराव के शुरुआती दिनों को याद किया है. तब दोनों ही दिग्गज फिर से इस्तेमाल किये जा सकने वाले रॉकेट बना रहे थे.
वाल्टर इसाकसन अपनी किताब सिंपली एलन मस्क में लिखा है, '2004 में मस्क ने बेजोस को स्पेस एक्स का मुख्यालय का दौरा कराया, उम्मीद थी कि बेजोस मस्क को भी सिएटल स्थित ब्लू ओरिजिन ऑफिस का दौरा कराएंगे, लेकिन बेजोस ने मना कर दिया. मस्क ने चिढ़कर अपनी निराशा व्यक्त करने के लिए बेजोस को ईमेल किया.
इन दोनों के बीच प्रतियोगिता जारी रही. जब स्पेसएक्स ने एक यान का परीक्षण किया, तो बेजोस ने व्यंग्य करते हुए ट्वीट किया, "क्लब में आपका स्वागत है!" बदले में, मस्क ने ब्लू ओरिजिन की धीमी प्रगति का खुलकर मज़ाक उड़ाया, और ब्लू ऑरिजिन के काम को कॉम्पीटिशन के बजाय महज 'शौक' बताया.
वर्ष 2000 के बाद दोनों की संपत्ति में खूब इजाफा हुआ. पारी-पारी से कभी बेजोस दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति बने तो कभी ये ताज मस्क को मिला. आज मस्क की संपत्ति बेजोस से लगभग दोगुनी है. अभी एलन मस्क की नेटवर्थ 426 बिलियन डॉलर तो जेफ बेजोस की कुल संपत्ति 241 बिलियन डॉलर है.
अंतरिक्ष की रेस में कौन आगे?
स्पेस की इस रेस में फिलहाल मस्क आगे हैं. मस्क अभी पृथ्वी के 'आसमान' के बादशाह हैं. मस्क ने अपने फाल्कन 9 रॉकेटों के साथ खुद को इस इंडस्ट्री का टॉप प्लेयर बना लिया है. मस्क के ग्राहकों की लिस्ट में नासा, पेंटागन और कई निजी स्पेस कंपनियां हैं.
लेकिन जेफ बेजोस ने न्यू ग्लेन के साथ उन्हें गंभीरता के साथ चैलेंज किया है. 320 फीट (98 मीटर) की लंबाई वाला यह रॉकेट 230 फीट लंबे फाल्कन 9 से कहीं बड़ा है और इसे बड़े पेलोड ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
द मिंट की रिपोर्ट के अनुसार स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में कार्यरत पूर्व नासा अधिकारी जी. स्कॉट हबर्ड ने बताया कि न्यू ग्लेन रॉकेट इंधन के रुप में केरोसिन की बजाय प्राकृतिक गैस का इस्तेमाल करता है. इसके इंजन के लिए कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है. उन्होंने कहा कि अगर वे अभी नासा में अधिकारी होते तो उन्हें मुझे फाल्कन 9 के लिए आखिरकार कुछ चुनौती मिलने पर बहुत खुशी होती.