खून (Blood) सिर्फ लाल नहीं होता. या यूं कहें जरूरी नहीं कि खून का रंग लाल हो. उसके कई रंग हो सकते हैं. जैसे- नीला खून (Blue Blood), हरा खून (Green Blood) और बैंगनी (Violet Blood). हर रंग का खून अलग-अलग काम के लिए होता है. अलग-अलग जीवों में बहता है. जरूरी नहीं कि जिस रंग का खून इंसान के शरीर में बहता है, वही ऑक्टोपस के शरीर में बहे. सबसे पहले जरूरी है खून की केमिस्ट्री को समझना.
लाल खून (Red Blood) किन जीवों में पाया जाता है?
लाल खून इंसानों के अलावा अधिकतर कशेरुकीय (Vertebrates) में पाया जाता है. इस खून का रासायनिक मिश्रण कहलाता है हीमोग्लोबिन (Haemoglobin). हीमोग्लोबिन एक तरह का प्रोटीन होता है, जो खून में बहता है. इसकी सबयूनिट होती है हैम (Haem). हैम में काफी ज्यादा मात्रा में लोहा (Iron) पाया जाता है. लोहे की वजह से बनने वाली रासायनिक आकृति ही इसे लाल रंग देती है. वह भी तब जब वह ऑक्सीजन से मिलती है. डीऑक्सीजेनेटेड खून का रंग गहरे लाल रंग का होता है. न कि नीला.
नीला खून (Blue Blood) वाले जीव और उसकी केमिस्ट्री
नीला खून आमतौर पर समुद्री जीवों में पाया जाता है. जैसे- ऑक्टोपस, स्क्विड, मोलस्क, क्रस्टेशियन और मकड़ियों में. नीले की खून की वजह होती है हीमोसाइनिन (Haemocyanin). हीमोग्लोबिन खून की लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) के साथ चिपका रहता है. लेकिन हीमोसाइनिन खून में फ्री होकर बहता है. हीमोसाइनिन में लोहे के बजाय कॉपर (Copper) यानी तांबा होता है. असल में यह खून बिना किसी रंग का होता है. लेकिन जब इसमें ऑक्सीजन मिलता है, तब यह तांबे के प्रभाव से नीले रंग का हो जाता है.
हरे खून (Green Blood) वाले जीव फोटोसिंथेसिस नहीं करते
हरा खून ऐसे जीवों के शरीर में घूमता है, जो बेहद छोटे होते है. जैसे टुकड़ों में बंटे शरीर वाले वॉर्म, केंचुएं, जोंक और समुद्री केचुएं. इनके खून में पाया जाता है क्लोरोक्रूओरिन (Chlorocruorin). रासायनिक तौर पर यह हीमोग्लोबिन से मिलता जुलता है. कुछ जीवों की प्रजातियों के हीमोग्लोबिन और क्लोरोक्रूओरिन दोनों ही पाया जाता है. जब तक ऑक्सीजन नहीं मिलता ये हल्के हरे रंग का दिखता है. जैसे ही ऑक्सीजन मिलता है इसका रंग गहरा हरा हो जाता है. अगर ज्यादा ऑक्सीजन मिलता है तो इसका हल्का लाल हो जाता है.
बैंगनी खून (Violet Blood)
बैंगनी खून समुद्री केंचुओं में पाया जाता है. जैसे पीनट वॉर्म, पेनिस वॉर्म और ब्राचियोपोड्स (Brachiopods). इनके खून में हेमीइरीथ्रिन (Haemerythrin) पाया जाता है. हीमोग्लोबिन की तुलना में हेमीइरीथ्रिन सिर्फ एक चौथाई ऑक्सीजन की सप्लाई कर पाता है. जब तक ऑक्सीजन नहीं मिलता तब तक हेमीइरीथ्रिन रंगहीन होता है. ऑक्सीजन मिलते ही इसका बैंगनी-गुलाबी रंग का हो जाता है.