आर्टेमिस प्रोग्राम की पहली फ्लाइट आर्टेमिस 1 (Artemis 1), ओरियन स्पेसक्राफ्ट (Orion Spacecraft) सोमवार को पृथ्वी से करीब 435,000 किलोमीटर की दूरी पर था, जो पृथ्वी से इस स्पेसक्राफ्ट की सबसे लंबी दूरी थी. ओरियन स्पेसक्राफ्ट चांद के दो चक्कर लगाने के बाद अब वापस लौट रहा है.
शनिवार, 26 नवंबर को, बिना क्रू का यह कैप्सूल पृथ्वी से 400,171 किमी की दूरी पर था, जो अपोलो 13 क्रू कमांड मॉड्यूल द्वारा तय की गई रिकॉर्ड दूरी थी.
नासा के मंगल मिशन के बाद, अर्टेमिस-1 आर्टिमिस प्रोग्राम का पहला मिशन है. इस स्पेसक्राफ्ट को 16 नवंबर को नासा के स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) से लॉन्च किया गया था. आर्टिमिस मिशन, भविष्य में होने वाले मानव मिशनों से पहले, स्पेस क्राफ्ट को जांचने और इसकी क्षमता का परीक्षण करने के लिए बिना क्रू का मिशन है. इसका उद्देश्य 2020 के दशक के अंत तक चंद्रमा पर क्रू रिसर्च बेस स्थापित करना है.
इस मिशन को 14 दिन हो चुके हैं और ये अब वापसी की ओर है. ओरियन कैप्सूल इस वक्त पृथ्वी से करीब 418234 किलोमीटर की दूरी पर है. ये स्पेसक्राफ्ट 3038 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी के करीब आ रहा है.
Mission Time: 14 days, 2 hrs, 8 min
— Orion Spacecraft (@NASA_Orion) November 30, 2022
Orion is 259,879 miles from Earth, 48,196 miles from the Moon, cruising at 1,888 miles per hour.
P: (217928, -125411, -79936)
V: (651, 1593, 777)
O: 285º, 120.8º, 154.7º
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ओरियन 11 दिसंबर को पृथ्वी पर वापस आ जाएगा. ये कैलिफ़ोर्निया के तट से दूर प्रशांत महासागर में उतरेगा. अगर आर्टेमिस 1 मिशन सफल रहता है, तो नासा आर्टेमिस 2 की तैयारी करेगा. इस मिशन के अंतर्गत, 2024 या उसके आसपास एस्ट्रोनॉट्स को चंद्रमा के आसपास भेजा जाएगा. 2025 में, नासा ने आर्टेमिस 3 को लॉन्च करने की योजना बनाई है, जो चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरेगा.