अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने अपने अत्याधुनिक सुपरसोनिक विमान X-59 को दुनिया के सामने पेश कर दिया. अब उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही कॉनकॉर्ड (Concorde) जैसी सुपरसोनिक विमान सेवा शुरू होगी. लेकिन बिना किसी तेज आवाज या धमाके के. क्योंकि सुपरसोनिक गति में आते ही कॉनकॉर्ड तेज धमाके जैसी आवाज करता था.
X-59 को बनाने वाली कंपनी लॉकहीड मार्टिन का कहना है कि इसमें ऐसी धमाकेदार आवाज नहीं आएगी. यह विमान 1510 km/hr की स्पीड से उड़ान भरता है. यानी मुबंई से दिल्ली से की दूरी एक घंटे से कम समय में पूरी हो जाएगी.
यह प्लेन आपको आवाज की गति से डेढ़ गुना ज्यादा रफ्तार से आपकी मंजिल तक पहुंचा सकता है. अगर इस विमान की तकनीक के आधार पर नए प्लेन बनें तो अगले दो साल में आप दोबारा साउंड की स्पीड से ज्यादा गति में उड़ान भर सकेंगे. नासा 30 वर्षों से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है कि कैसे सुपरसोनिक स्पीड पर सोनिक बूम (धमाकेदार आवाज) को कम किया जा सके.
नासा तीन साल से कर रहा है परीक्षण
नासा को इस विमान की बदौलत यह सफलता मिली है. अब तक इसके सारे परीक्षण सही रहे हैं. इसके डिजाइन में बदलाव होगा, ताकि इसमें ज्यादा यात्री बैठ सकें. नासा ने बताया कि अभी तक X-59 विमान की परीक्षण उड़ानें ही चल रही थीं. पिछले तीन साल में यह कई बार उड़ान भर चुका है.
अधिकतम 55 हजार फीट तक की उड़ान
यह अधिकतम 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जाता है. यह अपनी उड़ान के समय अन्य विमानों की तुलना में 75% कम आवाज करेगा. नासा के अनुसार इस विमान को बनाने में कुल 1755 करोड़ से ज्यादा लगेंगे. लॉकहीड मार्टिन इसी लागत के तहत ही इसके नए वर्जन का निर्माण करेगी.
कॉनकॉर्ड की उड़ान 2003 में हो गई थी बंद
वर्ष 2003 में उस समय का सुपरसोनिक नागरिक विमान कॉनकॉर्ड की उड़ान को एक हादसे के बाद बंद कर दिया गया. इस विमान की अधिकतम गति 2000 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा था. यानी ध्वनि की गति से करीब दोगुनी ज्यादा. लेकिन, जैसे ही ध्वनि की गति का बैरियर तोड़ती थी, बहुत सोनिक बूम होता था. यानी बम फटने जैसी डरावनी आवाज.