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अरुणाचल प्रदेश में मिला सींग वाला मेंढक... नाम स्थानीय जनजाति के नाम पर

अरुणाचल प्रदेश में सींग वाला मेंढक मिला है. यह एकदम नई प्रजाति है. इसका नाम अपतानी जनजाति के नाम पर जेनोफ्रीस अपतानी रखा गया है.

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ये है सींग वाला मेंढक. (फोटोः बिक्रमजीत सिन्हा/ZSI)
ये है सींग वाला मेंढक. (फोटोः बिक्रमजीत सिन्हा/ZSI)

भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणचाल प्रदेश में मेंढक की नई प्रजाति मिली है. इस मेंढक के सींग (Horned Frog) है. अरुणाचल प्रदेश के टेल वन्यजीव अभयारण्य (WLS) के जंगलों में यह मेंढक पाया जाता है. इसे खोजा है भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (ZSI) के विज्ञानियों ने. 

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इस मेंढक का नाम स्थानीय जनजाति अपतानी के नाम पर जेनोफ्रीस अपतानी रखा गया है. इसे खोजने वाली टीम के लीडर है बिक्रमजीत सिन्हा और भास्कर साइकिया. इनके साथ केपी दिनेश, ए. शबनम और इलोना जसिंथा खाकरोंगर है. इसके पहले 2019 में खोजे गए सींग वाले माओसन मेंढक की रिपोर्ट को गलत साबित करती है. 

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Horned Frog, Arunachal Pradesh

जेनोफ्रीस अपतानी की खोज भारत की समृद्ध जैव विविधता को सामने लाती है. नए मेंढक की प्रजाति का नाम अरुणाचल प्रदेश की अपतानी जनजाति के नाम पर है. यह जनजाति निचली सुबनसिरी घाटी में रहती है. यहीं पर टेल वन्यजीव अभयारण्य है. यह मेंढक पूर्वी हिमालय और इंडो-बर्मा जैवविविधता वाले इलाके में मिलता है.  

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टेल अभयारण्य समृद्ध जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है. इसमें कई प्रकार की उभयचर जीवों की प्रजातियां शामिल हैं. टेल से हाल के दिनों में खोजी गई मेंढकों की यह पांचवीं नई प्रजाति है. 2017 में, ओडोराना अरुणाचलेंसिस की खोज हुई थी. 2019 में लिउराना मेंढकों की तीन नई प्रजातियां खोजी गई थीं. 

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टेल के अलावा शोधकर्ताओं ने 2022 में पश्चिमी अरुणाचल से कैस्केड मेंढकों की तीन नई प्रजातियों की खोज की थी. ये पश्चिमी कामेंग जिले के सेसा और दिरांग से अमोलोप्स टेराओर्किस और अमोलोप्स चाणक्य और तवांग जिले के जंग-मुक्तो रोड से अमोलोप्स तवांग थे.

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