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OmniFiber: ये कपड़ा शरीर के हिसाब से फैलकर बढ़ाएगा बॉडी में Oxygen

OmniFibers: ऐसा कपड़ा बनकर तैयार है जो आपके शरीर के आकार के अनुसार ऑक्सीजन सप्लाई करेगा. इस कपड़े का फायदा शारीरिक मेहनत करने वालों को ज्यादा होगा.

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MIT के शोधकर्ताओं ने बनाया ओमनीफाइबर, जो सांस लेने में आपकी मदद करता है. (फोटोःमिलेनी गोनिक/MIT ओजगुन किलिक असफर )
MIT के शोधकर्ताओं ने बनाया ओमनीफाइबर, जो सांस लेने में आपकी मदद करता है. (फोटोःमिलेनी गोनिक/MIT ओजगुन किलिक असफर )
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सिंगर्स, एथलीट और मरीजों के लिए फायदेमंद
  • MIT ने बनाया फाइबर, स्वीडन में बनाया गया कपड़ा
  • वैज्ञानिक बोले- भविष्य के लिए पड़ेगी ज्यादा जरूरत

ऐसा कपड़ा बनकर तैयार है जो आपके शरीर के आकार के अनुसार ऑक्सीजन सप्लाई करेगा. इस कपड़े का फायदा शारीरिक मेहनत करने वालों को ज्यादा होगा. जैसे स्टेज परफॉर्मर, डांसर, सिंगर, एथलीट आदि.

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क्योंकि ये कपड़ा आपके शरीर के आकार के हिसाब से सिकुड़ या फैल सकता है. जितना ज्यादा फैलेगा, दबेगा या कांपेगा उसी हिसाब से ये शरीर को ऑक्सीजन की सप्लाई भी करेगा. यानी बाहरी हवा को खींचकर शरीर के लिए अनुकूल माहौल तैयार करेगा. 

मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Massachusetts Institute of Technology- MIT) के शोधकर्ताओं का बनाया फाइबर, जिसे बाद में स्वीडन में एक कपड़े में बदला गया है. शोधकर्ताओं का कहना है कि इस कपड़े से सिंगर, एथलीट या फिर किसी बीमारी या सर्जरी के बाद लोगों को सांस संबंधी दिक्कतों से निजात मिलेगी. उनके सांस लेने का पैटर्न सुधरेगा. 

ओमनीफाइबर से बने कपड़े में एक खास तरह का फ्लूडिक सिस्टम हैं जो खिंचाव, दबाव या कंपन पर काम करता है. (फोटोः मिलेनी गोनिक/MIT ओजगुन किलिक असफर)
ओमनीफाइबर से बने कपड़े में एक खास तरह का फ्लूडिक सिस्टम हैं जो खिंचाव, दबाव या कंपन पर काम करता है. (फोटोः मिलेनी गोनिक/MIT ओजगुन किलिक असफर)

इस फाइबर को ओमनीफाइबर (Omnifiber) नाम दिया गया है. यह कई लेयर का फाइबर है, जिसके बीच में फ्लूड चैनल (Fluid Channel) है. जो एक फ्लूडिक सिस्टम के तहत चलता है. जैसे ही कोई इस फाइबर से बने कपड़े को पहनता है, तत्काल यह सिस्टम काम करने लगता है. इस फाइबर में सेंसर्स लगे हैं जो यह पता करते हैं कि कपड़ा कितना खिंच रहा है या कितना दब रहा है. उस हिसाब से इसके फ्लूड चैनल बाहरी हवा को तत्कल खींचना शुरु करते हैं. उसे सीधे शरीर की त्वचा तक पहुंचाते हैं. 

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इस फाइबर को बनाने वाले वैज्ञानिकों की टीम के सदस्य ओजगुन किलिक असफर ने कहा कि यह नया फाइबर बेहद पतला है. यह किसी भी कपड़े के रूप में उपयोग किया जा सकता है. यह इंसानी त्वचा के हिसाब से ही बनाया गया है. इससे किसी प्रकार का नुकसान त्वचा पर नहीं होगा. इसकी बाहरी परत सामान्य पॉलीस्टर जैसे मटेरियल से बना है. यह रोबोटिक आर्टिफिशियल मसल फाइबर (Robotic Artificial Muscle Fiber) से बेहतर है.

सिंगर को इस कपड़े का अंडरगारमेंट पहनाकर गाने को कहा गया, उसे सांस लेने में काफी राहत मिली. (फोटोः मिलेनी गोनिक/MIT ओजगुन किलिक असफर)
सिंगर को इस कपड़े का अंडरगारमेंट पहनाकर गाने को कहा गया, उसे सांस लेने में काफी राहत मिली. (फोटोः मिलेनी गोनिक/MIT ओजगुन किलिक असफर)

आमतौर पर आर्टिफिशियल मसल फाइबर थर्मली एक्टीवेटेड होते हैं, यानी गर्मी के हिसाब से काम करते हैं. इनकी वजह से इंसानी त्वचा के जलने का चांस रहता है. या फिर इनकी ऊर्जा क्षमता कम होती है या फिर इन्हें पहनने के लिए ट्रेनिंग की जरूरत होती है. ओजगुन किलिक की टीम ने शुरुआत में इस फाइबर की मदद से अंडरगारमेंट बनाया था. जिसे कुछ सिंगर्स को गाते समय पहनने के लिए दिया. 

गायक ने पहना इससे बना कपड़ा

सिंगर्स ने पाया कि गाते समय उन्हें काफी मदद मिली. उनके शरीर में सांस लेने की क्षमता और ऑक्सीजन का लेवल सही था. वो आराम से गाना गा पा रहे थे. उनके गाने में ऊंची तान लगाते समय सांस लेने में काफी मदद मिली. ओजगुन और उनकी टीम फेमस ओपरा सिंगर केल्सी कॉटन के साथ यह प्रयोग किया था. इसके बाद इस कपड़े को एथलीट्स को पहनाकर व्यायाम कराया गया. उन्हें भी सांस लेने में काफी ज्यादा मदद मिली. 

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ओजगुन की टीम के वैज्ञानिकों ने कहा कि सांस लेने में अगर किसी तरह से भी मदद मिलती है तो लोगों को इससे बड़ा फायदा होगा. इससे मरीजों को बचाया जा सकता है. सिंगर्स की परफॉर्मेंस सुधर सकती है. एथलीट्स और तेज हो सकते हैं. स्कीयर, वेटलिफ्टर किसी भी तरह के ऐसे व्यायाम जिसमें सांस की जरूरत सबसे ज्यादा है, वहां पर यह कपड़ा काफी ज्यादा काम आएगा. 

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