यहां नीचे दिए गए Video में एक पक्षी के हमले की कहानी दिखाई जा रही है. इतनी तेज गति कि अगर स्लो मोशन में न देखें तो हमला करने वाला पक्षी दिखता ही नहीं. इसे लोग रॉकेट पक्षी (Rocket Bird) के नाम से भी बुलाते हैं. असल में इसका नाम पेरेग्रिन फाल्कन (Peregrine Falcon) कहते हैं. आमतौर पर यह उत्तरी अमेरिका में पाया जाता है.
पेरेग्रिन फाल्कन अपनी तेज गति से हमला करने के लिए जाना जाता है. हवा हो या जमीन... इसके हमला करने की गति औसतन 320 km/hr रहती है. लेकिन नेशनल जियोग्राफिक टीवी प्रोग्राम के मुताबिक इसकी अधिकतम गति 390 किलोमीटर प्रतिघंटा भी दर्ज की गई है. यह पक्षियों को खाने वाला पेरेग्रिन बाज है. यह कौवे के आकार का होता है.
इसके शरीर का सामने वाला हिस्सा सफेद लेकिन पिछला हिस्सा नीले और ग्रे रंग को हाता है. जबकि सिर काले रंग का होता है. इसे लोग डक हॉक (Duck Hawk) भी कहते हैं. मादा पेरेग्रिन फाल्कन नर की तुलना में आकार में बड़ी होती है. वैसे तो धरती पर यह लगभग हर जगह मिल जाती है. लेकिन सबसे ज्यादा यह ठंडे स्थानों पर देखने को मिलता है.
हवा में ही हमला करके ढेर कर देता है शिकार को
इस पक्षी को कॉस्मोपॉलिटन बर्ड ऑफ प्रे (Cosmopolitan Bird of Prey) यानी रैप्टर (Raptor) की श्रेणी में शामिल किया गया है. ये वो पक्षी होते हैं जो हवा में ही तेजी से हमला करके दूसरे पक्षियों का शिकार करते हैं. कई बार तो पेरेग्रिन फाल्कन अपने से बड़े आकार के पक्षियों को भी अपने वार से मार गिराता है. इसकी 17 से 19 प्रजातियां मौजूद हैं.
पेरेग्रिन फाल्कन 13 से 23 इंच लंबा होता है. जबकि इसके पंख का स्पैन 29 से 47 इंच तक होता है. मादा के शरीर का आकार नर की तुलना में 30 फीसदी बड़ा होता है. नर पेरेग्रिन एक किलोग्राम वजनी होता है. जबकि मादा का वजन अधिकतम डेढ़ किलोग्राम तक होता है. आमतौर पर यह पेरेग्रिन फाल्कन पहाड़ों, नदी की घाटियों और तटों के आसपास रहते हैं. अब इन्हे शहरों में देखा जा सकता है. क्योंकि इन्हें शिकार के लिए काफी मात्रा में छोटे जीव मिल जाते हैं. चाहे वह पक्षी हों या फिर जानवर.
तेज गति में हमला करने से फट जाता है शिकार का फेफड़ा
जब यह 390 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा में गोता लगाकर शिकार पर टूटता है, तब भले ही इसकी चोंच या पंजों के वार से वह न मरे. लेकिन इस गति से पैदा होने वाले दबाव से शिकार पक्षी के फेफड़े फट जाते हैं. वह वहीं ढेर हो जाता है. पेरेग्रिन बाज इस गति में अपनी आंखों को बचाने के लिए तीसरी पुतली का इस्तेमाल करता है. यह एक प्राकृतिक अजूबा है.
रॉकेट पक्षी कबूतरों, बत्तख, तोते, समुद्री पक्षियों और वेडर्स का शिकार सबसे ज्यादा पसंद करता है. कई बार यह चूहे, गिलहरियों और खरगोश आदि का भी शिकार करता है. इतना ही नहीं ये इतनी तेज हमला करता है कि इससे तो लोमड़ियां भी नहीं बच पाती. छोटे सांप और मगरमच्छ के बच्चे तक शिकार हो जाते हैं इसके.