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108 साल पहले आइंस्टीन ने लिखा था फॉर्मूला, मैन्यूस्क्रिप्ट 96.9 करोड़ रुपये में नीलाम हुई

दुनिया के महान वैज्ञानिकों में से एक अलबर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) के हाथों द्वारा लिखा गया एक दस्तावेज हाल ही में 13 मिलियन डॉलर्स यानी 96.9 करोड़ रुपये में नीलाम हुआ है. इस दस्तावेज को लिखने में उनकी मदद स्विस इंजीनियर मिशेल बेसो ने की थी. इस 54 पेज की असली पांडुलिपि (Manuscript) में रिलेटिविटी की थ्योरी (Theory of Relativity) के शुरुआती दौर के फॉर्मूले आदि लिखे हैं.

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अलबर्ट आइंस्टीन और मिशेल बेसो ने 1913 में लिखा था ये दस्तावेज. (फोटोः गेटी)
अलबर्ट आइंस्टीन और मिशेल बेसो ने 1913 में लिखा था ये दस्तावेज. (फोटोः गेटी)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आइंस्टीन के सबसे बड़ी थ्योरी के शुरुआती दस्तावेज हुए नीलाम.
  • पहली बार किसी ऑटोग्राफ किए हुए साइंटिफिक दस्तावेज को मिली इतनी कीमत.
  • स्विस इंजीनियर मिशेल बेसो के साथ मिलकर लिखे थे ये दस्तावेज.

दुनिया के महान वैज्ञानिकों में से एक अलबर्ट आइंस्टीन (Alber Einstein) के हाथों द्वारा लिखा गया एक दस्तावेज हाल ही में 13 मिलियन डॉलर्स यानी 96.9 करोड़ रुपये में नीलाम हुआ है. इस दस्तावेज को लिखने में उनकी मदद स्विस इंजीनियर मिशेल बेसो ने की थी. इस 54 पेज की असली पांडुलिपि (Manuscript) में रिलेटिविटी की थ्योरी (Theory of Relativity) के शुरुआती दौर के फॉर्मूले आदि लिखे हैं. 

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इस पांडुलिपि की नीलामी क्रिस्टीज ऑक्शन हाउस (Christie's Auction House) ने की है. यह इतिहास की सबसे ज्यादा नीलामी वाला ऑटोग्राफ किया हुआ वैज्ञानिक दस्तावेज है. इसे खरीदने वाले का नाम और पहचान आदि उजागर नहीं किया गया है. क्रिस्टीज ऑक्शन हाउस ने बताया कि आइंस्टीन के हाथों द्वारा लिखे गए इन दस्तावेजों को खरीदने के लिए दुनियाभर से लोगों ने रुचि दिखाई थी. 

थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी के शुरुआती इक्वेशन लिखे गए थे इन दस्तावेजों में. (फोटोः गेटी)
थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी के शुरुआती इक्वेशन लिखे गए थे इन दस्तावेजों में. (फोटोः गेटी)

54 में से 26 पन्ने खुद आइंस्टीन ने लिखे थे

इस पांडुलिपि को आइंस्टीन और बेसो ने जून 1913 से लेकर 1914 के शुरुआत के बीच लिखी थी. इन दोनों ने इन 54 पन्नों पर जो इक्वेशन बनाए थे, वही आगे चलकर आइंस्टीन की रिलेटिविटी की थ्योरी के आधार बने थे. क्रिस्टीज के मुताबिक इनमें से 26 पेज अलबर्ट आइंस्टीन ने लिखे थे, जबकि 24 पन्ने मिशेल बेसो ने लिखे थे. तीन पन्ने दोनों ने मिलकर लिखे थे. कई पन्नों के मार्जिन नोट्स लिखे हैं, जिनमें stimmt! शब्द का उपयोग किया गया है. यह एक जर्मन शब्द है जिसका अंग्रेजी में मतलब होता है It Works!. 

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थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी से संबंधित दुर्लभ दस्तावेज

क्रिस्टीज ऑक्शन हाउस की माने तो यह बेहद दुर्लभ दस्तावेज हैं. आइंस्टीन ज्यादातर चीजों को खुद लिखते थे. उनके पत्र और दस्तावेज बहुमूल्य है. वहीं दूसरी तरफ मिशेल बेसो ने आइंस्टीन का साथ दिया और उनके हाथों द्वारा लिखे गए दस्तावेजों को संभालकर रखा. थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी को लेकर लिखे गए दस्तावेजों में से सिर्फ दो ही दस्तावेज दुनिया में मौजूद हैं. जिसमें से एक ये दस्तावेज है. 

इससे पहले आइंस्टीन का एक पत्र इस साल मई में नीलाम हुआ था. जिसकी कीमत 1.2 मिलियन डॉलर्स यानी 8.94 करोड़ रुपये लगी थी. इस पत्र पर आइंस्टीन ने E=mc2 इक्वेशन लिखा था. इसके पहले साल 2017 में आइंस्टीन द्वारा टोक्यो के होटल के बेलबॉय को लिखे गए नोट की नीलामी 1.5 मिलियन डॉलर्स यानी 11.17 करोड़ रुपये में हुई थी. इस नोट में लिखा था फॉर्मूला फॉर हैप्पीनेस. 

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