कश्मीर में बर्फबारी शुरू हो चुकी है. जनवरी के ज्यादातर दिनों में घाटी में कम बर्फ पड़ी थी लेकिन अब शुरूआत हो चुकी है. गुलमर्ग फिर से बदल चुका है. जहां पर कुछ दिन पहले बर्फ नहीं थी. अब वहां बर्फ की मोटी चादर है. दो महीने बाद ऐसा नजारा देखने को मिला है. यानी बर्फबारी में इतनी देर हुई है.
पहलगाम, सोनमर्ग, गुरेज, माछिल, करनाह, दूदपथरी और शोपियां जैसे कई इलाकों में पिछले वीकेंड पर अच्छी बर्फबारी हुई है. कश्मीर अब चिल्ला-ई-कलां की गिरफ्त में है. 40 दिनों का सबसे ठंडा दिन शुरू हो चुका है. तापमान काफी नीचे गिर चुका है. जलस्रोत जमने लगे हैं.
OSINT ने सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए जांच करके इस मौसमी बदलाव का पता किया है. सैटेलाइट तस्वीरें यूरोपियन स्पेस एजेंसी (European Space Agency) से मिली है. श्रीनगर स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार गुलमर्ग में 10 सेंटीमीटर यानी 4 इंच बर्फबारी हुई है. गुलमर्ग से 2 किलोमीटर पूर्व की तरफ 2652 मीटर की ऊंचाई पर रुक-रुक कर बारिश हो रही है.
गुलमर्ग का स्की रिजॉर्ट पीर पंजाल रेंज में हैं. जो कि श्रीनगर से 50 और LOC से 20 किलोमीटर दूर है. इस रिजॉर्ट पर 1330 वर्टिकल मीटर यानी 4363 फीट ऊंचा स्की करने लायक टरेन है. यही जगह गुलमर्ग के गोंडोला के लिए प्रसिद्ध है. यह 13057 फीट की ऊंचाई तक जाता है. पहले यहां बर्फ नहीं थी, इससे स्की करने वाले और पर्यटक दुखी थे. लेकिन अब फिर से बर्फबारी होने के बाद लोग वहां मौज-मस्ती करते दिखाई दे रहे हैं.
मध्य कश्मीर के गांदेरबल जिले में मौजूद सोनमर्ग में भी वीकेंड पर बर्फबारी हुई है. सैटेलाइट डेटा बताता है कि सोनमर्ग में 30 किलोमीटर इलाके में बर्फबारी हुई है. उधर, पहलगाम में भी अच्छी बर्फबारी हुई है. लेकिन फायदा सिर्फ ऊंचाई वाले इलाकों को हुआ है. घाटी तक बर्फ नहीं पहुंची है. पहलगाम में नेचुरल आइस क्लाइंबिंग वॉल कॉम्पीटीशन हुआ है.
9186 फीट पर स्थित थाजीवास ग्लेशियर में यही हालात हैं. वहां भी बर्फबारी हुई है. इससे पहले यह खबर आई थी कि कश्मीर में 79 फीसदी कम बर्फबारी हुई है. लेकिन अब मौसम धीरे-धीरे बदल रहा है. 3-4 फरवरी तक जम्मू और कश्मीर के कई इलाकों में मध्यम दर्जे की बर्फबारी होने की संभावना है.