50-मंजिला ऊंची इमारत के आकार का एक एस्टेरॉयड (Asteroid), रविवार (17 जुलाई) को पृथ्वी के बेहद करीब से होकर गुजरेगा. 100 साल बाद, यह एस्टेरॉयड हमारे ग्रह के सबसे करीब होगा.
नासा(NASA) के मुताबिक, अंतरिक्ष की यह चट्टान 2022 KY4, पृथ्वी से लगभग 16 लाख किलोमीटर दूर है. या यूं समझिए कि पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की औसत दूरी के 16 गुना से भी ज्यादा है. यह एस्टेरॉयड 2022 NF की तुलना में काफी दूर है, जो 7 जुलाई को पृथ्वी के 90,000 किमी अंदर तक आया था.
नासा के मुताबिक, Asteroid 2022 KY4 का व्यास करीब 290 फीट है और अनुमान है कि यह 27,000 किमी/घंटे की रफ्तार से चल रहा है. दूसरे शब्दों में कहें, तो यह एक तेज रफ्तार राइफल की गोली से लगभग आठ गुना तेजी से चल रहा है.
यह एस्टेरॉयड पहले भी कई बार पृथ्वी के काफी करीब पहुंचा है. पिछली बार यह 1959 में और उससे पहले 1948 में पृथ्वी के करीब आया था. लेकिन रविवार के बाद, ये मई 2048 से पहले हमारे ग्रह के आसपास भी नहीं दिखेगा.
नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां इस तरह के हजारों नीयर अर्थ ऑब्जेक्ट्स (Near-Earth objects) की बारीकी से निगरानी करते हैं. एक एस्टेरॉयड की ट्रैजेक्टरी इसे हमारे ग्रह से लाखों मील दूर रखती है और इसलिए इस बात की बहुत कम संभावना होती है कि एस्टेरॉयड की ऑर्बिट, किसी ग्रह के गुरुत्वाकर्षण की वजह से अपनी जगह से थोड़ा खिसक जाए.
Skyscraper-size asteroid will blaze past Earth in a close approach this Sunday https://t.co/nKsdbfkpqv
— Live Science (@LiveScience) July 15, 2022
अंतरिक्ष एजेंसियां इस बात को बहुत गंभीरता से लेती हैं. नवंबर 2021 में, नासा ने एस्टेरॉयड को विक्षेपित करने के लिए, डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट (Double Asteroid Redirection Test-DART) नाम का स्पेसक्राफ्ट लॉन्च किया था.यह 2022 की सर्दियों में 525-फुट-चौड़े एस्टेरॉयड से सीधे टकराएगा. इस टक्कर से एस्टेरॉयड नष्ट नहीं होगा, बल्कि इससे इस एस्टेरॉयड की ऑर्बिट थोड़ी बदल सकती है. इस मिशन से यह पता लगेगा कि अगर आने वाले समय में कोई एस्टेरॉयड हमारे ग्रह के लिए खतरा पैदा करे, तो एस्टेरॉयड का विक्षेपण कितना सफल हो सकता है.