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चीन का Tiangong स्पेस स्टेशन अंतरिक्ष के कचरे से टकराया, बिजली गुल... जमीन से भेजे एस्ट्रोनॉट्स

China के स्पेस स्टेशन से अंतरिक्ष का कचरा टकराया. जिससे उसका सोलर पैनल और एक मॉड्यूल क्षतिग्रस्त हो गया. इस वजह से बिजली सप्लाई कुछ देर के लिए रुक गई थी. मरम्मत कर दी गई है और जमीन से कुछ और एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन के लिए भेजा गया है.

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चीन के स्पेस स्टेशन पर स्पेसवॉक करके उसकी मरम्मत करते चीन के एस्ट्रोनॉट्स. (फोटोः AFP)
चीन के स्पेस स्टेशन पर स्पेसवॉक करके उसकी मरम्मत करते चीन के एस्ट्रोनॉट्स. (फोटोः AFP)

चीन के स्पेस स्टेशन से अंतरिक्ष का कचरा टकराने की वजह से उसे नुकसान हुआ है. सोलर पैनल क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसकी वजह से स्पेस स्टेशन पर पावर सप्लाई में कमी आई थी. वहां मौजूद चीनी एस्ट्रोनॉट्स ने स्पेसवॉक करके उसे ठीक कर दिया है. लेकिन अंतरिक्ष के कचरे को लेकर अब चीन की आंखें खुली हैं. 

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चीन खुद अंतरिक्ष में कचरा फैलाने के लिए बदनाम है. लेकिन जब खुद के स्पेस स्टेशन तियानगोंग पर  आफत आई तो उसका दिमाग ठिकाने आया. चीन ने 25 अप्रैल 2024 को नए एस्ट्रोनॉट्स को अपने स्पेस स्टेशन भेजा है. ताकि वहां मौजूद एस्ट्रोनॉट्स को वापस लाया जा सके. साथ ही स्पेस स्टेशन की सही से मरम्मत की जा सके. 

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चाइना मैन्ड स्पेस एजेंसी (CMSA) ने कहा कि तियानगोंग स्पेस स्टेशन को ठीक करने के लिए चीनी एस्ट्रोनॉट्स को दो बार स्पेसवॉक करनी पड़ी. चीन का कहना है कि अंतरिक्ष का कचरा उसके आउटपोस्ट सोलर पैनल्स से टकराया था. जिसकी वजह से थोड़ी देर के लिए पावर लॉस हुआ था. बिजली सप्लाई में दिक्कत आई थी. 

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अब जाकर स्पेस के कचरे पर चिंतित हुआ चीन

चीन की स्पेस एजेंसी अब स्पेस डेबरी (Space Debris) को लेकर गहन चर्चा की गई. स्पेस स्टेशन को बचाने के लिए नई नीति बनाई जा रही है. साथ ही उसे सुरक्षित रखने के लिए नई तकनीकी योजना बनाई गई है. एजेंसी ने कहा कि स्पेस के कचरे से तियानहे मॉड्यूल को भी नुकसान हुआ था. कुछ केबल्स कट गए थे. 

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43 हजार से ज्यादा अंतरिक्ष का कचरा 

एजेंसी ने यह नहीं बताया कि ये कचरा किस प्रकार का था. बेहद सूक्ष्म पत्थर थे या किसी सैटेलाइट के टुकड़े. अंतरिक्ष के ये कचरे हमेशा से स्पेस स्टेशन के लिए खतरा रहे हैं. चाहे वह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन हो या फिर चीन का तियानगोंग स्पेस स्टेशन हो. नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (NORAD) के मुताबिक अंतरिक्ष में 43 हजार से ज्यादा कचरा मौजूद है.

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स्पेस में 7500 एक्टिव सैटेलाइट, 30 बार जगह बदल चुका है स्पेस स्टेशन

इस समय धरती के चारों तरफ करीब 7500 एक्टिव सैटेलाइट चक्कर लगा रहे हैं. इनमें से सबसे ज्यादा सैटेलाइटस् SpaceX के स्टारलिंक सैटेलाइट्स हैं. 1998 में अंतरिक्ष में सेट होने के बाद से अब तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को अंतरिक्ष के कचरे से बचने के लिए 30 बार अपनी जगह और ऊंचाई बदलनी पड़ी है. 

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चीन के तियानगोंग स्पेस स्टेशन को भी कई बार अपनी जगह बदलनी पड़ी है. ताकि वह अंतरिक्ष के कचरे से बचा रहे. चीन अब इस तैयारी में है कि वह अंतरिक्ष के कचरे को स्पेस स्टेशन आने से पहले ही पता कर सके. ताकि उसके स्पेस स्टेशन को किसी तरह का खतरा न हो. स्पेस स्टेशन की जगह बदली जा सके.

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