4 दिसंबर 2024 की सुबह 11 बजे के आसपास स्टेडियम के आकार का एस्टेरॉयड धरती के बगल से गुजर गया. सिर्फ 22 लाख किलोमीटर दूर से. अंतरिक्ष में ये दूरी 22 किलोमीटर जितनी भी नहीं होती. एक डिग्री का बदलाव और पत्थर सीधे धरती पर गिरता. वैज्ञानिक इस पर बारीकी से नजर रख रहे थे. ये है Asteroid 2020 XR.
नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के मुताबिक यह धरती की तरफ 1200 फीट चौड़ा यह एस्टेरॉयड 44,300 km/hr की स्पीड से आ रहा था. एस्टेरॉयड 2020 एक्सआर को नासा ने नीयर अर्थ ऑब्जेक्ट्स (NEO) की कैटेगरी में डाला था. ये पत्थर सूरज और धरती के बीच की दूरी से तीन गुना ज्यादा दूरी वाली ऑर्बिट में चक्कर लगा रहा है.
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जब भी कोई 500 फीट या उससे बड़ा पत्थर या उल्कापिंड धरती के 75 लाख किलोमीटर की दूरी वाले दायरे में आता है तो उसे नीयर अर्थ ऑब्जेक्ट्स कहते हैं. इन्हें धरती के लिए खतरनाक माना जाता है. लेकिन एस्टेरॉयड 2020 एक्सआर हमारी धरती के लिए फिलहाल तो खतरा नहीं बना. वह थोड़ी दूरी से निकल गया.
2028 में धरती के बगल से गुजरेगा
यूरोपियन स्पेस एजेंसी के नीयर अर्थ ऑब्जेक्ट कॉर्डिनेशन सेंटर के कॉर्डिनेटर जुआन लुई कानो ने कहा कि 2020 XR कि जब खोज हुई थी. तब वैज्ञानिकों की गणना के अनुसार यह अंदाजा लगाया गया था कि ये एस्टेरॉयड 2028 में धरती से टकरा सकता है. लेकिन इसके चांस बेहद कम है. बाद में और स्टडी की तो पता चला ऐसा नहीं होगा.
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1977 में गुजरा था ग्रह के पास से
इससे पहले यह एस्टेरॉयड 1977 में धरती से 1.60 करोड़ किलोमीटर की दूरी से गुजरा था. इसकी धरती की अगली यात्रा 2196 में होगी. इससे पहले यह नवंबर 2028 में यह हमारे ग्रह के बगल से गुजरेगा. तब इसकी दूरी 1.82 करोड़ किलोमीटर होगी.