scorecardresearch
 

Tunisia: बूंद-बूंद का होगा हिसाब... इस देश में नाप-तौल कर मिलेगा पानी, ज्यादा पिया तो होगी जेल

ट्यूनीशिया ने पीने के पानी पर कोटा सिस्टम लगा दिया है. कृषि के लिए पानी के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है. वजह है भयानक सूखा. यह सिस्टम अगले छह महीनों तक लागू रहेगा. इस सूखे की वजह जलवायु परिवर्तन और जमीन के अंदर मौजूद पानी का अत्यधिक इस्तेमाल है.

Advertisement
X
ट्यूनीशिया में पीने का पानी अब नाप-तौल कर मिलेगा. यह कानून अगले छह महीनों तक लागू करने को कहा गया है. (सभी फोटोः रॉयटर्स)
ट्यूनीशिया में पीने का पानी अब नाप-तौल कर मिलेगा. यह कानून अगले छह महीनों तक लागू करने को कहा गया है. (सभी फोटोः रॉयटर्स)

ट्यूनीशिया ने अगले छह महीनों के लिए पीने के पानी पर कोटा सिस्टम लगा दिया है. यानी पीने के लिए पानी नाप-नाप कर मिलेगा. इतना ही नहीं खेती-बाड़ी के लिए पानी के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह सख्त नियम इस साल 30 सितंबर तक लागू रहेगा. 

Advertisement

ट्यूनीशिया के कृषि मंत्रालय के अधिकारी हमादी हबीब ने कहा कि उनका देश पिछले कई महीनों से भयानक सूखे से जूझ रहा है. उसके बांधों में पानी की क्षमता 100 करोड़ क्यूबिक मीटर है. जो घटकर सिर्फ 30 फीसदी ही बची है. पिछले साल सितंबर से लेकर इस साल मार्च के मध्य तक ट्यूनीशिया में बारिश की भयानक कमी रही. 

Tunisia Water Crisis
ये है सिदी सलेम डैम जहां पर इसकी क्षमता का सिर्फ 16 फीसदी पानी ही बचा है. 

कृषि मंत्रालय ने इस हालात को देखते हुए फैसला लिया कि अगले छह महीनों तक पीने के पानी की राशनिंग होगी. कोई अपनी कार नहीं धुलेगा. पेड़-पौधों पर पानी नहीं डालेगा. न गलियों की सफाई पानी से करेगा. न ही किसी सार्वजनिक स्थान की सफाई के लिए पानी का इस्तेमाल होगा. किसी ने नियम तोड़ा तो उसे जुर्माना, जेल या दोनों हो सकता है. 

Advertisement

ज्यादा इस्तेमाल किया पानी तो 6 महीने की जेल

ट्यूनीशिया के जल कानून के तहत नियम तोड़ने वाले को छह दिन से लेकर छह महीने तक की जेल हो सकती है. ट्यूनीशिया के लोगों को कहना है कि उनकी सरकार पिछले दो हफ्तों से रात में पानी सप्लाई में कटौती कर रही है. राजधानी और कई अन्य शहरों में पानी की राशनिंग शुरू हो चुकी है. जिसकी वजह से पूरे देश में गुस्सा फैल रहा है. 

Tunisia Water Crisis
देश के सारे बांध सूखते जा रहे हैं. खेती पर बैन है. कार नहीं धुल सकते. 

सरकार के फैसले से बढ़ रही है महंगाई

सरकार के इस फैसले से पूरे देश में सामाजिक तौर पर तनाव फैल रहा है. सबसे बुरी हालत गरीब लोगों की हो रही है. पानी के लेकर किए गए फैसले की वजह से महंगाई तेजी से बढ़ रही है. देश के उत्तर में मौजूद सिदी सलेम डैम, जो बड़े इलाके को पानी देता है, उसमें अब सिर्फ 16 फीसदी पानी बचा है. जबकि सामान्य दिनों में अधिकतम 58 करोड़ क्यूबिक मीटर पानी रहता है. 

किसान यूनियन के अधिकारी मोहम्मद रजाईबिया ने बताया कि पानी की कमी की वजह से ट्यूनीशिया की फसल पैदावार में भयानक गिरावट आई है. पिछले साल वहां पर 7.50 लाख टन फसल हुई. जो इस साल घटकर 2.0 से 2.50 लाख टन हो गई है. 

Advertisement

जरूरत से ज्यादा पानी पीते हैं तो हो जाएं सावधान!

Advertisement
Advertisement