पोलैंड (Poland) में पुरातत्वविद एक 17वीं सदी की कब्र खोद रहे थे. इस दौरान उन्हें एक ऐसी कब्र मिली, जिसे देखकर हैरान रह गए. इसमें एक महिला का कंकाल था. जिसके गले के चारों तरफ दरांती (Sickle) लगाया गया था. दरांती यानी हंसिया या हंसुआ, जिससे फसल काटते हैं. मकसद ये था कि अगर मरने के बाद भी ये महिला वापस जिंदा हो तो दरांती से इसका सिर कटकर कब्र में ही रह जाए.
इसकी जांच करने वाले पुरातत्वविदों की टीम के प्रमुख निकोलस कॉपरनिकस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉरिज़ पोलिंस्की ने बताया कि इसके आगे के दांत वैंपायरों की तरह नुकीले थे. साथ ही यह सिल्क की टोपी पहनती थी. टोपी के रेशे उसकी कब्र से मिले हैं. दरांती को इस तरह से सेट किया गया था कि अगर यह दोबारा उठे तो इसका सिर कट जाए. या घायल हो जाए. ऐसे में यह वापस कब्र से बाहर नहीं आ पाएगी.
स्मिथसोनियन मैगज़ीन के मुताबिक 11वीं सदी की बात है, जब पूर्वी यूरोप के लोग वैंपायरों से खौफ खाते थे. डरते थे. वो अपने मृतक रिश्तेदारों की कब्रों में वैंपायर विरोधी परंपराओं का पालन करते थे. सामान रखते थे. पूजा आदि करते थे. क्योंकि उस समय कुछ लोगों का मानना था कि ये वैंपायर्स मरने के बाद भी वापस आकर खून पीने के लिए इंसानों को मारेंगे. इसलिए उनके गले के चारों तरफ दरांती लगा दी जाती थी.
17वीं सदी आते-आते पूरे पोलैंड में वैंपायर्स माने जाने वाले इंसानों को दफनाते समय गले के चारों तरफ दरांती फंसा दी जाती थी. यह परंपरा चलती रही. प्रोफेसर डॉरिज़ पोलिंस्की ने कहा कि कई बार ये दरांतियां हाथ-पैर में लगाई जाती थी. शव को उलटा करके दफनाने की भी प्रक्रिया होती थी. ताकि वो मुंह खोले तो उन्हें मिट्टी ही खाने को मिले. या फिर उन्हें कब्र में ही जला दिया जाता था. या फिर पत्थरों से मारकर दबा दिया जाता था.
'Vampire' in Poland Found Buried With a Sickle to Prevent The Rise of The Dead https://t.co/1M8cxUKt7w
— ScienceAlert (@ScienceAlert) September 5, 2022
इसके अलावा पोलैंड में ऐसी कई और कब्रें मिली हैं, जिनमें वैंपायर विरोधी अन्य तकनीकों का भी उपयोग किया गया है. जैसे उसके कंकाल में धातु की सलांखें हथौड़े से कई जगहों पर घोंप दी जाती थीं. जिस महिला वैंपायर का कंकाल मिला है उसके गले और पैर में दरांती जैसे हथियार लगाए गए थे. ताकि वह किसी भी तरह से उठ न सके.