शाकाहारी होने के बहुत से फायदे हो सकते हैं, लेकिन बात अगर हड्डियों और मांसपेशियों के घनत्व की हो, तो मांसाहारी, शाकाहारियों से बेहतर हैं. हाल ही में हुए एक शोध से पता चलता है कि मांसाहारियों की तुलना में, शाकाहारी महिलाओं में हिप फ्रैक्चर का खतरा 33 प्रतिशत ज्यादा होता है.
बीएमसी मेडिसिन (BMC Medicine) जर्नल में प्रकाशित एक शोध में शाकाहारी भोजन करने वाली महिलाओं में हिप फ्रैक्चर के जोखिम से जुड़ी संभावनाओं के बारे में बताया गया है. शोध के मुख्य लेखक और लीड्स यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ फूड साइंस एंड न्यूट्रिशन के डॉक्टरेट शोधकर्ता जेम्स वेबस्टर (James Webster) का कहना है कि इस शोध के जरिए यह नहीं कहा जा रहा है कि शाकाहार छोड़ दें.
उनका कहना है कि किसी भी आहार के साथ, व्यक्तिगत परिस्थितियों को समझना जरूरी है. साथ ही, यह भी जानना ज़रूरी है कि संतुलित स्वस्थ जीवन शैली के लिए कौन से पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है. जिस तरह से मांसाहार अलग-अलग व्यक्तियों में फायदा और नुकसान पहुंचाता है, उसी तरह शाकाहार भी अलग-अलग व्यक्ति के हिसाब से अच्छा और बुरा हो सकता है.
हड्डियों को मजबूती देने वाले पोषक तत्व शाकाहारी खाने में कम होते हैं
शोधकर्ताओं का कहना है कि पौधे पर आधारित खाने को हड्डियों के खराब स्वास्थ्य से जोड़ा गया है. लेकिन अब तक हिप फ्रैक्चर के जोखिम से जुड़े सबूत कम ही रहे हैं. यह शोध, प्लांट बेस्ट डाइट की वजह से होने वाले संभावित जोखिम को समझने में बहुत महत्वपूर्ण है. साथ ही इसमें यह भी बताया गया है कि खतरों को कम करने के लिए क्या किया जा सकता है.
इस शोध में 20 साल के दौरान, 26,318 महिलाओं पर फोकस किया गया. इन महिलाओं को तीन ग्रुप में बांटा गया था- मीट खाने वाली, मछली खाने वाली और शाकाहारी. इन 20 सालों में, शोधकर्ताओं ने इन महिलाओं में 3 प्रतिशत महिलाओं में हिप फ्रैक्चर दर्ज किए. यानी 822 महिलाओं को हिप फ्रेक्चर हुए. शोध से पता लगा कि सबसे ज्यादा फ्रैक्चर शाकाहारी महिलाओं में हुए थे.
Vegetarian Women Have 33 Percent Higher Hip Fracture Risk, 20-Year Study Findshttps://t.co/uqyH70nAKr pic.twitter.com/t25syGDFXW
— IFLScience (@IFLScience) August 12, 2022
ऐसा क्यों हुआ, इसे समझते हैं. शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह सच है कि शाकाहारी भोजन में अक्सर प्रोटीन, कैल्शियम और हड्डी और मांसपेशियों को फायदा पहुंचाने वाले पोषक तत्व बहुत कम मात्रा में पाए जाते हैं. मांस खाने वालों की तुलना में, शाकाहारियों का औसतन BMI कम होता है और इसी वजह से उनमें हिप फ्रैक्चर का जोखिम बढ़ता है.
फिलहाल यह अध्ययन महिलाओं को लेकर ही किया गया है. पुरुषों में भी क्या यही समानता है, यह देखने के लिए एक और शोध की ज़रूरत होगी.