केमिस्ट्री का नोबेल इस बार तीन लोगों को दिया गया है. ये हैं अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी कैरोलिन आर. बर्टोजी (Carolyn R. Bertozzi), डेनमार्क की यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन के मॉर्टेन मेल्डल (Morten Meldal) और अमेरिका ला जोला स्थित स्क्रिप्स रिसर्च के वैज्ञानिक के. बैरी शार्पलेस (K. Barry Sharpless). इन्हें यह अवॉर्ड क्लिक केमिस्ट्री (Click Chemistry) और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री (Bioorthogonal Chemistry) के लिए दिया गया है.
क्लिक केमिस्ट्री (Click Chemistry) और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री (Bioorthogonal Chemistry) का हमारे जीवन पर क्या फर्क पड़ेगा. ये तकनीक या खोज किस काम आती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि ये खोज जीवन को बदल देगी. बीमारियों को दूर करेगी. ज्यादा बेहतर बायोडिग्रेडेबल और लंबे समय तक चलने वाले सामान बन पाएंगे.
क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री का इस्तेमाल भविष्य में जीवों और इंसानों के शरीर में ऐसे मॉलीक्यूल्स के निर्माण के लिए होगा, जो उन्हें बेहतर बीमारी मुक्त जीवन दे सकें. या फिर बीमाॉरियों से बचा सकें. या होने ही न दें. क्लिक केमिस्ट्री असल में समान व्यवहार रखने वाले छोटे-छोटे मॉलीक्यूल्स को जोड़ने की प्रक्रिया है. इसे बायोकंजुगेशन (Bioconjugation) कहते हैं.
"It's an opportunity for me to recognise that all the work that so many trainees from my lab have done over the past 25 years and to reflect on how fortunate I have been and share in the celebration with them."
– 2022 chemistry laureate @CarolynBertozzi on her #NobelPrize pic.twitter.com/Bbhq3qElXC— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 5, 2022
इसका सबसे बड़ा उपयोग जिन स्थानों पर होने वाला है. वो हैं-
Congratulations to our new #NobelPrize laureate in chemistry Morten Meldal! 🎉 https://t.co/Xb9d4qg87c
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 5, 2022
अब समझिए कि इन तीनों वैज्ञानिकों ने किया क्या?
के. बैरी शार्पलेस (K. Barry Sharpless) को दूसरी बार नोबेल पुरस्कार मिला है. उन्होंने साल 2000 में क्लिक केमिस्ट्री शब्द को पैदा किया था. यानी ऐसी केमिस्ट्री जिसमें आप किसी नए प्रकार का पदार्थ बना सकते हैं, बेकार और गड़बड़ पदार्थों को हटाकर. उधर, मॉर्टेन मेल्डल (Morten Meldal) अलग अपनी दुनिया में ऐसी ही तकनीक का प्रयोग करके नई खोज कर रहे थे. उन्होंने ऐसा केमिकल रिएक्शन खोजा जो इस समय कई जगहों पर इस्तेमाल हो रहा है. जैसे दवाओं के विकास में. डीएनए मैपिंग में और नए टिकाऊ पदार्थों को बनाने में. अब बची कैरोलिन आर. बर्टोजी (Carolyn R. Bertozzi). कैरोलिन ने तो क्लिक केमिस्ट्री को अलग ही आयाम पर पहुंचा दिया.
Barry Sharpless has just become the fifth individual to be awarded two Nobel Prizes.
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 5, 2022
He follows in the footsteps of double #NobelPrize laureates John Bardeen, Marie Skłodowska Curie, Linus Pauling and Frederick Sanger.
Sharpless was awarded the chemistry prize in 2001 and 2022 pic.twitter.com/iQg0FL79zg
कैरोलिन ने ऐसे क्लिक केमिस्ट्री की खोज की जो जीवों में काम करता था. उन्होंने इसे नाम दिया बायोऑर्थोगोनल रिएक्शन (Bioorthogonal Reaction). यानी ऐसी क्लिक केमिस्ट्री जो कोशिकाओं के अंदर हो रही है. इस तकनीक के आते ही सबसे बड़ा उपयोग किया दवाओं को लेकर. सबसे पहले कैंसर की दवाओं को लेकर काम शुरू किया गया. अब इन दवाओं के क्लनिकल ट्रायल्स चल रहे हैं.