अगले दस साल में यानी 2034 तक सात पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) होने वाले हैं. लेकिन इसमें छह ग्रहण भारत में नहीं दिखने वाले. जो दिखाई देगा, उसके लिए लोगों को पूरे एक दशक का इंतजार करना होगा. इसकी वजह ये हैं कि पूर्ण सूर्य ग्रहण एक ही स्थान पर करीब 375 साल बाद होता है.
हमारे ग्रह पर हर 18 महीने में एक बार सूर्य ग्रहण होता है. लेकिन ये जरूरी नहीं कि यह पूर्ण हो. अगले एक दशक यानी दस साल में धरती पर सात बार पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. जो ऑस्ट्रेलिया, मिस्र, स्पेन, सूडान में दिखेगा. यहां दिखेगी चांद की काली परछाईं. पहला करीब दो साल बाद 2026 में होगा. सातवां ग्रहण 2034 में होगा.
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आइए जानते हैं कि कौन सा ग्रहण कब होगा... और किस देश में कितनी देर के लिए दिखेगा..
12 अगस्त 2026
ये अगला पूर्ण सूर्य ग्रहण है, जो रूस, ग्रीनलैंड, आइसलैंड और स्पेन में दिखाई देगा. यह 2 मिनट 18 सेकेंड का होगा. यूरोप में 27 साल बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. इसके साथ ही पर्सीड मेट्यिोर शॉवर भी होगा. इसका पाथ ऑफ टोटैलिटी ग्रीनलैंड, पश्चिमी आइसलैंड और उत्तरी स्पेन होगा. अगर पूरा सूर्य ग्रहण देखना है तो बेस्ट प्लेस होगा आइसलैंड की राजधानी रेकजाविक. स्पेन के आइलैंड मालोर्का में सनसेट टोटैलिटी दिखाई देगी. यानी सोने के रंग का कोरोना दिखाी देगा.
2 अगस्त 2027
ये पूर्ण सूर्य ग्रहण स्पेन, जिब्राल्टर, मोरक्को, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया, लीबिया, मिस्र, सूडान, सऊदी अरब, यमन, सोमालिया और ब्रिटिश-इंडियन ओशन में दिखाई देगा. ये सूर्य ग्रहण 6 मिनट 23 सेकेंड तक दिखाई देगा. सबसे बेहतर नजारा लीबीया के लक्सर में होगा. सऊदी अरब के जेद्दाह और मक्का में भी स्पष्ट दिखेगा. करीब 8.90 करोड़ लोग इस पूर्ण सूर्य ग्रहण के रास्ते में आएंगे.
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22 जुलाई 2028
ये ग्रहण क्रिसमस आइलैंड, कोकोस आइलैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में दिखाई देगा. इसका समय 3 मिनट 48 सेकेंड होगा. सबसे अच्छा नजारा ऑस्ट्रेलिया के बंगल-बंगल्स और कारलू-कालरू जैसे सुदूर इलाके में होगा.
25 नवंबर 2030
ये सूर्य ग्रहण नामिबिया, बोत्सवाना, साउथ अफ्रीका, लिसोथो और ऑस्ट्रेलिया में 3 मिनट 44 सेकेंड के लिए दिखाई देगा. इस सूर्यग्रहण को दो महाद्वीपों के करीब 1.10 करोड़ लोग देखेंगे. बेहतरीन नजारा बोत्सवाना से डरबन तक रहेगा. ऑस्ट्रेलिया में न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड में होगा.
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14 नवंबर 2031
अगले दशक का पहला हाइब्रिड टोटल-एन्यूलर सूर्य ग्रहण होगा. इसे देखने के लिए हवाई से क्रूज शिप लेना होगा. 21वीं सदी में अब तक सिर्फ सात बार ही हाइब्रिड सूर्य ग्रहण हुआ है. जिसमें रिंग ऑफ फायर और पूर्ण सूर्य ग्रहण का मिश्रण होता है. पनामा के तट पर रिंग ऑफ फायर सिर्फ 25 सेकेंड रहेगा.
30 मार्च 2033
उत्तरी अमेरिका में सिर्फ 2 मिनट 37 सेकेंड के लिए दिखने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण. ये खासतौर से अलास्का और रूस में दिखाई देगा लेकिन बेहद कम समय के लिए. इसे देखने के लिए हवाई द्वीप से क्रूज शिप लेकर प्रशांत महासागर में जाना होगा.
20 मार्च 2034
यह सूर्य ग्रहण बेनिन, नाइजीरिया, कैमरून, चाड, सूडान, मिस्र, सऊदी अरब, कुवैत, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत और चीन में दिखाई देगा. कुल समय होगा 4 मिनट 9 सेकेंड होगा. इसे मध्य एशिया और दक्षिण एशिया में मौजूद 13 देशों के करीब 10.9 करोड़ लोग देखेंगे. बेहतरीन नजारा मिस्र में लाल सागर के तट पर, ईरान के पर्सेपोलिस, लेह और भारतीय हिमालय में दिखाई देगा.