14 जुलाई 2023 की दोपहर 2:35 बजे भारत अपना तीसरा मून मिशन लॉन्च करेगा. दुनिया के सबसे भरोसेमंद स्पेस एजेंसियों में से एक ISRO एक बार फिर दुनिया में अपना परचम लहराने वाला है. वहीं, पाकिस्तान इस मामले में पीछे है. पीछे नहीं... बहुत ज्यादा पीछे. भारतीय स्पेस एजेंसी के बनने से 8 साल पहले ही पाकिस्तानी स्पेस एजेंसी बन गई थी.
ISRO ने अब तक 61 सालों में 34 देशों के 424 सैटेलाइट्स को लॉन्च किया है. दुनिया की नंबर एक स्पेस एजेंसी है, जो कॉमर्शियल लॉन्चिंग की बादशाह है. इसरो 123 स्पेसक्राफ्ट मिशन, 91 लॉन्च मिशन, 15 स्टूडेंट सैटेलाइट्स, 2 री-एंट्री मिशन, तीन भारतीय प्राइवेट सैटेलाइट्स लॉन्च कर चुका है. जबकि, पाकिस्तान सिर्फ पांच.
पाकिस्तान ने 16 सितंबर 1961 में स्पेस एंड अपर एटमॉसफेयर रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (SUPARCO) बनाया. वह भी भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के आधिकारिक गठन से करीब आठ साल पहले. लेकिन आज वो रेस में ही नहीं है. इसरो की स्थापना 1969 में हुई थी. उससे पहले भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी का नाम इंडियन नेशनल कमेटी फॉर स्पेस रिसर्च था.
पाकिस्तान के पांच सैटेलाइट्स
- 16 जुलाई 1990 को छोड़ा गया था बद्र-1. यह एक आर्टिफिशियल डिजिटल उपग्रह था. इसने 6 महीने बाद अंतरिक्ष में काम करना बंद कर दिया था.
- बद्र-बी उपग्रह जो एक अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट था. इसे 10 दिसंबर 2001 को लॉन्च किया गया था.
- पाकात-1आर या पाकसाक-1 उपग्रह 11 अगस्त 2011 को चीन की मदद से छोड़ा गया. इसे चीन ने ही बनाया था. यह एक संचार उपग्रह है. यह अभी काम कर रहा है.
- आईक्यूब-1 उपग्रह है जिसे 21 नवंबर 2013 को लॉन्च किया गया था. यह बायोलॉजी, नैनो टेक्नोलॉजी, स्पेस डायनेमिक्स आदि जैसे प्रयोगों के लिए बनाया गया था. इसने भी दो साल काम किया.
- पाकिस्तान रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट. इसे 9 जुलाई 2018 को लॉन्च कर दिया गया था. इसे भी चीन ने अपने रॉकेट से लॉन्च किया था.
62 साल में 5 सैटेलाइट छोड़े पाक ने, भारत ने सैकड़ों
ISRO की धाक पूरी दुनिया में है. भारत के सामने पाकिस्तान का कोई वजूद ही नहीं है. सिर्फ चीन ही है जो भारत से कुछ मामलों में आगे है. आइए समझते हैं कि पाकिस्तान की स्पेस एजेंसी ने अब तक कोई बड़ा काम किया भी है या नहीं. पाकिस्तान ने 62 साल में सिर्फ पांच सैटेलाइट ही छोड़े हैं. जबकि भारत से चार बार युद्ध हार चुका है. युद्ध के पैसे स्पेस एजेंसी के विकास में लगाता तो आज पाकिस्तान भी एशिया का बड़ा नाम हो सकता था.
भारत से दशकों पीछे हैं पाकिस्तानी स्पेस एजेंसी
पाकिस्तानी स्पेस एजेंसी का दुनिया में कोई नाम नहीं है. जबकि, इसरो ने पूरी दुनिया का भरोसा जीता है. अंतरिक्ष विज्ञान के मामले में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में एक है. दक्षिण एशिया में तो नंबर एक. दक्षिण एशिया में आठ देश हैं. भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान और मालदीव. अंतरिक्ष विज्ञान के मामले में सिर्फ चीन ही थोड़ा बहुत प्रयास कर रहा है. स्पेस साइंस में पाकिस्तान को भारत की बराबरी करने में दशकों लग जाएंगे.