कायर आतंकियों ने सोचा था कि भारतीय जवान बदला नहीं लेंगे. हर बार की तरह सरकार भी कोई कड़ा कदम नहीं उठाएगी. पर वो गलत थे. 18 सितंबर 2016 को उरी हमले में मारे गए 19 भारतीय जवानों की चिता शांत भी नहीं हुई थी कि हमारे स्पेशल फोर्स के जवानों ने दुश्मन के घर में घुसकर, आंखों में आंखें डालकर, हर एक आतंकी को मौत के घाट उतार दिया. उनके ठिकानों को कब्रगाह में बदल दिया.