हैरानी की बात यह है कि बाल योगी संत उमेश नाथ महाराज ने मीडिया से कहा, मुझे खुद आप सभी लोगों के माध्यम से यह सूचना प्राप्त हुई है. मुझे पहले से इसके बारे में कुछ पता नहीं था. उन्होंने यह भी कहा कि मैं अभी-अभी अपने दैनिक पूजन पाठ आदि कार्यों से निवृत्त हुआ हूं.