मृतक महिला के नाम पर तीन सहायता समूह से 5 लाख का लोन उठाया गया था. गायत्री देवी नाम की महिला ने मृतका शर्मिला देवी को लालच दिया था कि लोन की राशि वो खुद रख लेगी, किश्त भी जमा कर देगी. बदले में 10 फीसद ब्याज देने को कहा था.