मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के सम्मेलन में पांडाल सजाया गया. फेरों के लिए 63 हवनवेदियां भी बनाई गईं. लेकिन न तो हवनवेदियों में अग्नि प्रज्वलित हुई. न ही फेरे पड़े. सिर्फ वर-वधु आए. एक दूसरे को माला पहनाई और प्रशासन ने नेताओं-जनप्रतिनिधियों के हाथों कन्यादान योजना की राशि के चेक बंटवा दिए.