अगर मनीष सिसोदिया के खिलाफ ED सुप्रीम कोर्ट को यकीन दिलाने लायक सबूत नहीं पेश कर पाती है. और सिसोदिया को जमानत मिल जाती है, तो अरविंद केजरीवाल को अपनी कट्टर ईमानदारी पर शोर मचाने की छूट मिल जाएगी, लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो पूरा गेम बदल जाएगा.