दिल्ली की नई आबकारी नीति को लागू हुए 8 महीने की ही वक्त हुआ है और राजधानी में शराब की बिक्री को लेकर कंफ्यूजन काफी बढ़ चुका है. कंफ्यूजन इतना बढ़ गया कि कुछ महीने पहले आए शराब कारोबारी दिल्ली से बोरिया बिस्तर समेटने लगे हैं. कुल 32 ज़ोन में से 9 ज़ोन के शराब कारोबारियों ने इस साल अपना लाइसेंस सरेंडर करने का फैसला कर लिया है. इसी बीच दिल्ली की जनता को शराब खरीदने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जानें दिल्ली में आखिर क्यों बंद हो रहीं शरीब की दुकानें.