राकेश टिकैत ने प्रशासन को चेतावनी दी कि वह दो घंटे में नोएडा आएंगे और जहां भी गिरफ्तार नेताओं को रखा गया है, वहीं पर मीटिंग करेंगे. इन घटनाओं के चलते नोएडा में फिर से बड़े आंदोलन के आसार दिखाई दे रहे हैं और किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है. इन घटनाक्रमों ने एक बार फिर जमीन के अधिकार और मुआवजे के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया है.