भारत दम भर सोना खरीद रहा है, चीन का भी यही हाल है, तुर्की और यूरोप के देश भी गोल्ड शॉपिंग पर निकले हुए हैं. लेकिन क्यों? क्या ये ट्रंप की ट्रेड पॉलिसी से पैदा होने वाले खतरे को देखते हुए सेंट्रल बैंक भविष्य की तैयारी कर रहे हैं. या फिर सचमुच दुनिया डॉलर की दादागीरी को टक्कर देने की तैयारी कर रही है.