जुल्फिकार अली भुट्टो के शासनकाल में पाकिस्तान का रक्षा बजट 88 फीसदी से ज्यादा बढ़ा.एटमी हथियार के लिए इतना पैसा खर्च किया कि देश आर्थिक संकट में फंस गया. .....धीरे-धीरे पाकिस्तान कंगाली के रास्ते पर चला गया.