कर्नल मनप्रीत सिंह बचपन से ही सेना में अफसर बनने की चाहत रखते थे...वो कहते थे कि जैसे उनके पिता सेना में बतौर सिपाही अफसरों को सैल्यूट करते हैं, एक दिन वह अफसर बनेंगे और अपने पिता के साथ खड़े होंगे तो वही अफसर उन्हें भी सैल्यूट करेंगे...आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में कर्नल मनप्रीत शहीद हो गए...