आरजी कर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रमुख संदीप घोष पर सुरक्षा में लापरवाही बरतने और साक्ष्यों को नष्ट करने के आरोप थे. उन्हें सुरक्षा उपायों में चूक और साक्ष्यों के संरक्षण में असफलता का दोषी माना गया.