देश की आर्थिक राजधानी एक बार फिर पानी-पानी हुई. सबसे ज्यादा टैक्स जुटाने वाली महानगर एक बार फिर तीन घंटे की बरसात में डूब गया. रात भर मुंबई समंदर बना रहा, सड़कें डूब गईं और गाड़ियां तैरने लगीं, सोसाइटी लबालब थीं. रात में घर जाने वालों को डूब-डूब कर जाना पड़ा.