श्रीलंका के दिवालिया होने के बाद ये पहला राष्ट्रपति चुनाव था, जिसमें अनुरा कुमारा दिसानायके ने जीत हासिल की. ये पहले मार्क्सवादी लीडर हैं जो इस देश में इतने बड़े पद तक पहुंचे. श्रीलंका पिछले दो सालों से राजनैतिक के साथ-साथ आर्थिक उठापटक से भी जूझ रहा है. अब प्रेसिडेंट दिसानायके पर दोहरी जिम्मेदारी होगी.