इन पेमेंट सिस्टम में अमाउंट तय लिमिट से कम होते ही कस्टमर्स के अकाउंट से पैसे ऑटोमैटिक जुड़ जाएंगे. इसका मतलब है कि अब फास्टैग यूजर्स को बार-बार फास्टैग रिचार्ज नहीं करने की आवश्यकता नहीं होगी.