हरियाणा के महेंद्रगढ़ के दौंगड़ा जाट गांव के रहने वाला नितिन फौजी चार पांच साल पहले फौज में भर्ती हुआ था. गांव के लोगों ने बताया कि नितिन राजस्थान के अलवर में पदस्थ था और नवंबर में ही छुट्टी लेकर घर आया हुआ था. हालांकि, फौज में रहते नितिन ने इस वारदात को अंजाम क्यों दिया? यह समझ से बाहर है.