महापंचायत में यह भी मांग की कि नूंह जिले को पलवल और गुरुग्राम जिलों में मिला दिया जाए. साथ ही हिंसा में हिंदुओं की दुकानों और घरों के नुकसान का सर्वेक्षण कराया जाए और उन्हें मुआवजा दिया जाए. यह भी मांग की गई कि नूंह में रैपिड एक्शन फोर्स और केंद्रीय बलों की चार बटालियनों की स्थाई तैनाती की जाए.