दही का भला दक्षिण की सियासत से क्या रिश्ता हो सकता है? लेकिन राजनीति में सब कुछ संभव है. दक्षिण की राजनीति दही के नाम पर खट्टी हो गई है. डीएमके ने FSSAI के उस निर्देश का जोरदार विरोध किया है जिसमें कहा गया है कि दही के पाउच पर दही ही लिखा जाए, न कि इसका स्थानीय नाम.