साउथ से करियर शुरू करने वाली विद्या बालन के लिए पहली हिंदी फिल्म मिलना एक बहुत बड़ा संघर्ष बन गया था. अपनी डेब्यू फिल्म 'परिणीता' के लिए भी उन्होंने बहुत बार ऑडिशन दिया और रिजेक्ट हुईं. मगर डायरेक्टर प्रदीप सरकार के एक छोटे से बदलाव ने उन्हें स्टार बना दिया था.