एक सर्वे के मुताबिक, बिहार की 99% महिलायें और 92 % पुरुष शराबबंदी कानून को जारी रखने पक्ष में पाए गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कोशिश एक बार फिर ऐसा ही फीडबैक लेने की है. मतलब, अब सरकारी कर्मचारी पूरे बिहार में घर-घर दस्तक देकर शराबबंदी पर ओपिनियन पोल करते नजर आएंगे.