बजट से पहले इकोनॉमिक सर्वे पेश करने की परंपरा रही है. इस सर्वे को सरकार के रिपोर्ट कार्ड के रूप में देखा जाता है. सरकार इस रिपोर्ट के जरिए पिछले एक साल के कामकाज की समीक्षा करते हुए आगे की प्लान को तैयार करती है.